शिमला, 4 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर लोगों को भारी बारिश से जूझना पड़ेगा। अगले छह दिन मानसून की सक्रियता से राज्य में जोरदार वर्षा देखने को मिल सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आगामी 10 अगस्त तक भारी वर्षा की चेतावनी दी है। इसे लेकर मैदानी व मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर अन्य 10 जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट रहेगा।
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से ये भी कहा गया है कि प्रदेश के इन जिलों में तेज़ बारिश के साथ गर्जन और आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। भारी वर्षा के दृष्टिगत संवेदनशील स्थलों में भूस्खलन की सम्भावना बढ़ जाती है। मौसम को देखते हुए प्रदेशवासियों व बाहर से आने वाले सैलानियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उन्हें भूस्खलन सम्भावित इलाकों और नदी-नालों से दूरी बनाए रखने को कहा गया है।
बीते 24 घण्टों के दौरान भारी वर्षा से लोगों को राहत मिली। अग्घर में 33, बरठीं में 19, धर्मशाला में 14, कांगड़ा व कुकुमसेरी में नौ और मनाली व चम्बा में छह-छह मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है। हमीरपुर, बिलासपुर और कांगड़ा के कुछ हिस्सों में रविवार को बादल बरस रहे हैं। राजधानी शिमला में बादल छाए हुए हैं। यहां पिछले दो दिन से बारिश नहीं हुई है।
भूस्खलन से दो नेशनल हाइवे समेत 114 सड़कें बंद
राज्य में पिछले दिनों हुई व्यापक वर्षा से कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक भूस्खलन से दो नेशनल हाइवे और 114 सड़कें बंद हैं। मंडी में 36, कुल्लू में 34, शिमला में 27, लाहौल-स्पीति में आठ, कांगड़ा में सात और किन्नौर में दो सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप है। कुल्लू में नेशनल हाईवे 305 और मंडी में नेशनल हाईवे 70 भी बाधित है। भारी वर्षा से 163 बिजली ट्रांसफार्मर और 100 पेयजल स्कीमें भी बंद पड़ गई हैं। कुल्लू में 93, मंडी में 37, हमीरपुर व शिमला में 15-15 और चंबा में तीन बिजली ट्रांसफार्मर खराब हैं। कुल्लू में भारी वर्षा से 82 और शिमला में 10 पेयजल स्कीमें पूरी तरह ठप हैं।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा शुक्ला