यमुनानगर, 25 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले में 15 दिनों के अंदर अलग- अलग मामलों में बच्चियों के साथ हुए अपहरण, दुष्कर्म और हत्या के विरोध में जिला सचिवालय में प्रदर्शन कर रहें युवाओं व पुलिस उप अधीक्षक मुख्यालय के बीच तीखी नोकझोंक होने से मामला गर्मा गया और जमकर बहस हो गई। जगाधरी उपमंडल अधिकारी सोनू राम ने मामले को शांत किया।
बुधवार को लघु सचिवालय पर प्रदर्शनकारी युवाओं ने जिले में बढ़ते अपराध और नशे के विरोध में सैंकड़ों की संख्या में इकठ्ठा होकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद और पुलिस प्रशासन चोर है, के नारे लगाकर पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए।
जब प्रदर्शनकारी युवा जिला सचिवालय में पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारियों से मिलने का प्रयास कर रहे थे तो गुस्साएँ प्रदर्शन कर्मियों ने जिला पुलिस उप अधीक्षक कंवलजीत सिंह को आता देख पुलिस प्रशासन चोर है के नारे शुरू कर दिए। जिस पर जिला पुलिस उप अधीक्षक कंवलजीत सिंह ने प्रदर्शन कर्मियों को जमकर फटकार लगाई और कहा कि पुलिस अपना काम ईमानदारी के साथ कर रही है। जिन लोगों ने भी छोटी बच्चियों के साथ घिनौने अपराध को अंजाम दिया है पुलिस ने उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजने का काम किया है। पुलिस प्रशासन के कार्य प्रणाली पर कोई सवाल नहीं उठा सकता।
उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन के कार्य प्रणाली पर सवाल उठाने की उनके पास क्या सबूत है। जो पुलिस को झूठा साबित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ नकेल कसने के लिए भी नशा तस्करों पर पुलिस प्रशासन की ओर से अभियान चलाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि घटनाओं के दोषियों पर पुलिस प्रशासन की ओर से सख्त कार्रवाई की गई है। और अब उनके खिलाफ कोर्ट में केस चल रहें है। कोर्ट की ओर से उन्हें क्या सजा दी जाएगी यह कोर्ट का मामला है। इस दौरान जगाधरी उपमंडल अधिकारी सोनूराम ने प्रदर्शनकारी युवाओं को समझाकर शांत किया। गौरतलब है की जिले में पिछले 15 दिनों में दो बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या के बाद स्कूली छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और दो अन्य बच्चियों के लापता होने के मामले सामने से पीड़ितों के परिजन सहित राजनैतिक, सामाजिक संगठन और आमजन भी लगातार पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहें है।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग