

मुंबई,8जून ( हि., स.) । यदि व्यायाम शरीर के लिए ज्ञान है, तो स्वस्थ आहार एक अच्छी संस्कृति है, ठाणे के वी.एस. जनरल अस्पताल में ‘आहार का स्वास्थ्य’ नामक एक अभिनव पहल का आयोजन किया गया। यह जागरूकता कार्यक्रम एलएचवी प्रशिक्षु छात्रों की पोषण प्रयोगशाला के माध्यम से रोगियों और उनके रिश्तेदारों के लिए आयोजित किया गया था।
ठाणे जिला सामान्य अस्पताल के जिला शल्य चिकित्सक डॉ. कैलाश पवार के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यक्रम में अलीव की खीर, नाचनी की चकली, बाजरी के अप्पे, पौष्टिक ढोकला, मेथी तथा सहर के लड्डू जैसे पारंपरिक और पौष्टिक खाद्य पदार्थ प्रस्तुत किए गए। इस आयोजन में आहार में विभिन्न सामग्रियों को कैसे शामिल किया जाए, इस बारे में विस्तार से बताया गया। खाद्य पदार्थों के बारे में जानकारी देते हुए, स्वास्थ्य पर उनके प्रभावों के बारे में भी बताया गया।
इस पहल में अतिरिक्त जिला शल्य चिकित्सक डॉ. धीरज मंघाड़े और निवासी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मृणाली राहुद, शुश्रुषा महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती श्रद्धा मेस्त्री और उनकी टीम ने कार्यक्रम की बेहतरीन योजना बनाई। इस अवसर पर डॉ. संगीता माकोड़े, डॉ. निशिकांत रोकड़े, डॉ. कल्पना माले और अधिशिविका श्रीमती मंजुला घाणे ने व्यंजनों का स्वाद चखकर उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर खाना पकाने की कला और उसके पीछे की प्रक्रिया, पोषण मूल्य और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण के बारे में बताया गया। ऐसी गतिविधियों से स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ती है, लोगों में जागरूकता आती है और मरीजों के साथ अधिक सकारात्मक बातचीत होती है, गणमान्य व्यक्तियों ने ये भावनाएँ व्यक्त कीं। इस मौके पर ठाणे जिला सिविल अस्पताल के शैली चिकित्सक डॉ कैलाश पवार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि दवाओं पर लगातार निर्भर रहने के बिना आहार के माध्यम से भी स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है – केवल इसके लिए आहार के बारे में उचित जानकारी, सही विकल्प और थोड़े से ईमानदार प्रयास की आवश्यकता है।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
