
हरियाणा रोजगार कौशल निगम के तहत शामिल करने सहित पीजीआई में हुए भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच की मांग
रोहतक, 3 जून (Udaipur Kiran) । पीजीआईएमएस में अनुबंधित कर्मचारियों की हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने लगी है, जिसके चलते मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अनुंबधित कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि पीजीआई प्रबंधन ठेकेदारी को बढ़ावा दे रहा है, जिसके चलते लगातार कर्मचारियों का उत्पीडऩ किया जा रहा है, जिसे कर्मचारियों में भारी रोष है। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने साफ कहा कि जब तक उन्हें हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत शामिल नहीं किया जाता है और पीजीआई में फैले भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच नहीं होती है तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
अनुबंधित कर्मचारी हेल्थ केयर रोहतक एसोसिएशन के अध्यक्ष अभिषेक ने बताया कि पूर्व में हुई हड़ताल के समय पीजीआई प्रशासन व कर्मचारियों में सहमति बनी थी और जल्द ही कर्मचारियों को ठेकेदार के शोषण से मुक्त करवाकर हरियाणा कौशल रोजगार निगम में सम्मिलित करने का आश्वासन मिला था, लेकिन अभी तक कर्मचारियों को रोजगार कौशल निगम के तहत शामिल नहीं किया गया है। इतना ही नहीं पूर्व की हड़ताल के पश्चता ठेकेदार ने कर्मचारियों का और भी ज्यादा शोषण करना शुरू कर दिया और बिना किसी कारण के कर्मचारियों की सैलरी काट दी जाती है। इस बारे में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन पीजीआई प्रबंधन इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आज पीजीआई की हालत बद से बदतर हो गई और समय पर वेंटिलेटर ना मिलने के कारण छोटे छोटे मासूम बच्चों की मौत हो रही है, लेकिन संस्थान के वरिष्ठ अधिकारी ठेकेदार के माध्यम अपनी जेब भरने का काम कर रहे है। पीजीआई में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है, लेकिन किसी भी मामले की जांच नहीं हो रही है। उन्होंने सरकार से तुंरत कर्मचारियों को हरियाणा रोजगार कौशल के तहत शामिल करने व पीजीआई में फैले भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर दोषियों के खिलाफ सख्त कारवाई की मांग की।
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(Udaipur Kiran) / अनिल
