
धर्मशाला, 21 मई (Udaipur Kiran) । नगरोटा बगवां के पूर्व विधायक अरुण कुमार कूका ने कहा कि आईजीएमसी शिमला के बाद प्रदेश के सबसे बड़े टांडा मेडिकल अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत बदतर हो गई हैं। अस्पताल में सुविधाओं व स्टॉफ के अभाव में मरीज इधर उधर भटक रहे हैं। उन्होंने कहा की अस्पताल की सबसे अधिक जरूरी एक्सरे मशीनें कई महीनों से खराब पड़ी हैं जिस कारण मरीज परेशान हो रहे हैं। अस्पताल मे एमआरआई, सिटी स्कैन व कैंसर जैसे जरूरी टैस्ट करवाने के लिए मरीजों को दो दो महीने तक इंतजार करना पड़ रहा है । किडनी मरीजों को डायलसिस करवाने के लिए लम्बा इंतजार करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
बुधवार को नगरोटा में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व विधायक ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री, मंत्री व विधायक जनता को सुविधाएं मुहया करवाने की बजाय भाजपा सरकार के समय के भवनों पर अपनी पट्टिकाएं लगवाने में मस्त हैं। मित्र मंडली की सरकार मित्रों को खुश करने में मस्त है जबकि धरातल पर कोई काम नहीं किया जा रहा। केवल मात्र केंद्र की योजनाओं पर झूठा श्रेय लेने मे लगे हैं।
उन्होंने कहा कि नगरोटा अस्पताल में डॉक्टरों के 14 पद स्वीकृत हैं लेकिन इस समय आधे ही रह गए हैं। उनके भी बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है। अल्ट्रासाउंड का डॉक्टर सप्ताह मे एक दिन आता है अब उस पर भी 150 रूपये शुल्क लगा दिया है। अस्पताल की बिल्डिंग के काम मे लगे ठेकेदारों को पेमेंट नहीं हो रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार मित्रमंडली की सरकार है तथा मित्रों को ही खुश करने मे लगी है। धरातल पर पूरी यह सरकार तरह से फेल साबित हुई है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
