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हवामहल विधायक ने स्मार्ट सिटी के काम को देखकर निगम अधिकारियों को लगाई लताड़

हवामहल विधायक ने स्मार्ट सिटी के काम को देखकर निगम अधिकारियों को लगाई लताड़

जयपुर, 26 मार्च (Udaipur Kiran) । हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य बुधवार को क्षेत्र के दौरे पर निकले। इस दौरान पौंड्रिक उद्यान और जय निवास उद्यान के साथ ही स्मार्ट सिटी के कामकाज में मिली अनियमिताओं को लेकर निगम अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई। इसके बाद निगम कमिश्नर ने दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।

दरअसल बुधवार को हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य अपने विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर निकले थे। इस दौरान उन्होंने स्मार्ट सिटी और नगर निगम हेरिटेज द्वारा किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया। जहां अनियमित देख उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।

आचार्य ने कहा कि मैं पिछले डेढ़ साल से निगम अधिकारियों को बोल-बोलकर परेशान हो चुका हूं। लेकिन आप लोग मेरी भी सुनवाई नहीं कर रहे, तो आम जनता का क्या हाल होगा। इस तरह के भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा जयपुर के विकास के लिए 800 करोड रुपये की स्वीकृति दी गई थी। जिसके तहत अलग-अलग विकास कार्य होने थे लेकिन धरातल पर काफी कम अब तक पूरे नहीं हो पाए हैं। जो काम पूरे भी हुए हैं, वह बहुत ही ज्यादा घटिया क्वालिटी के हैं। जो किसी काम के नहीं है। ऐसे में जिन अधिकारियों की देखरेख में यह काम हुए हैं। उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए। नगर निगम हेरिटेज में गार्डन शाखा ने शहर के उद्यानों के हालात बद से बदतर कर दिए हैं। जो उपायुक्त है वह फील्ड में निकलते ही नहीं है। इसलिए उन्हें बदहाल गार्डन की जानकारी तक नहीं है। गार्डन मेंटेनेंस से लेकर टेंडर तक की प्रक्रिया में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए जो भी अधिकारी इस मामले में दोषी है ना सिर्फ उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। बल्कि, दोषी ठेकेदारों को ब्लैकलिस्टेड कर उनसे रिकवरी भी की जानी चाहिए। नगर निगम उद्यान शाखा की उपायुक्त मोनिका सोनी ने कहा कि गार्डन के रखरखाव और फाउंटेन को लेकर क्षेत्रीय विधायक को आपत्ति थी। दोनों ही ठेकेदारों को नोटिस जारी किया जा चुका है।

नगर निगम हेरिटेज कमिश्नर अरुण कुमार हसीजा ने कहा कि गार्डन के रखरखाव को लेकर जो भी अधिकारी या ठेकेदार जिम्मेदार है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों के खिलाफ नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी जबकि ठेकेदार से पेनल्टी वसूली जाएगी।

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(Udaipur Kiran) / राजेश

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