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कोलकाता, 1 फरवरी (हि.स
भारतीय सेना की पूर्वी कमान ने गणतंत्र दिवस पर गजराज कोर के एक गैर-कमीशंड अधिकारी (एनसीओ) हवलदार लेकी पासांग को उत्तम जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किए जाने की सराहना की है। यह सम्मान आमतौर पर नागरिकों को दिया जाता है, लेकिन सशस्त्र बलों के जवानों को भी उनके कर्तव्यों से परे जाकर किए गए वीरता के कार्यों के लिए दिया जाता है।
28 जनवरी 2023 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग और बुमला के बीच स्थित सांगेस्टर झील में बर्फ के एक छेद से गिरकर एक छह वर्षीय बच्चा डूबने लगा। उस समय ड्यूटी पर न होने के बावजूद हवलदार लेकी पासांग ने अपनी जान की परवाह किए बिना बच्चे को बचाने का फैसला किया। उन्होंने जमी हुई बर्फ पर 30 मीटर तक रेंगते हुए बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला।
तेजपुर (असम) स्थित गजराज कोर ने इस वीरता के लिए हवलदार पासांग की सराहना की और उनके नाम की उत्तम जीवन रक्षा पदक के लिए सिफारिश की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर उनके नाम को मंजूरी दी। इस सम्मान के लिए कुल छह नामों को चुना गया था, जिनमें से तीन सशस्त्र बलों से हैं।
पुरस्कार में एक पदक, केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र और एक निश्चित राशि प्रदान की जाती है।
भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया, उनकी अटूट निष्ठा, साहस और मानवता के प्रति समर्पण हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उनकी निःस्वार्थ बहादुरी और अनुकरणीय सेवा के लिए एक उपयुक्त सम्मान है। भारतीय सेना उनकी वीरता को सलाम करती है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
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