चंडीगढ़, 25 मार्च (Udaipur Kiran) । पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के ‘योग गुरु’ रहे स्वर्गीय धीरेंद्र ब्रह्मचारी की अरबों रुपये की संपत्ति काे अब हरियाणा सरकार अधिग्रहण करेगी। हरियाणा सरकार इस संपत्ति का अधिग्रहण करने, प्रबंधन तथा संचालन के लिए विधानसभा के इसी बजट सत्र में एक विधेयक लेकर आएगी।
विधानसभा में बुधवार से शुरू हो रहे बजट सत्र के दूसरे चरण के लिए मंगलवार को जारी एजेंडे के अनुसार हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर की ओर से विधानसभा में अपर्णा संस्था (प्रबंधन तथा नियंत्रण ग्रहण) विधेयक 2025 पेश किया जाएगा। हरियाणा सरकार ने अपर्णा संस्था (प्रबंधन तथा नियंत्रण ग्रहण) विधेयक 2025 के माध्यम से आशंका जाहिर की है कि इस प्राॅपर्टी को या तो खुर्दबुर्द किया जा सकता है या फिर इस पर अवैध कब्जा हो जाएगा। इससे योग गुरु धीरेंद्र ब्रह्मचारी का यौगिक क्रियाओं के प्रचार प्रसार के मिशन को गहरी ठेस लगेगी। इसलिए राज्य सरकार ने कानून के माध्यम से इस प्राॅपर्टी को अधिग्रहीत कर उसका प्रबंधन, संचालन और नियंत्रण करने का निर्णय लिया है, ताकि यौगिक क्रियाओं को सुचारू रूप से गति प्रदान की जा सके। वैसे भी हाई कोर्ट का मानना है कि धीरेंद्र ब्रह्मचारी ने चूंकि संन्यास ले लिया था, इसलिए उनकी छोड़ी गई पूरी संपत्ति राज्य को जानी थी। हाई कोर्ट की अगली सुनवाई पर सरकार इस कानून के तहत संपत्ति को अधिग्रहित करने की जानकारी अदालत में देगी।
दरअसल, अपर्णा नामक संस्था के नाम यह संपत्ति हरियाणा के गुरुग्राम जिले के गांव सिलोखरा में है, जहां योग आश्रम, चिकित्सालय और यौगिक अध्ययन केंद्र चल रहे हैं। यह प्रापर्टी गुरुग्राम के सेक्टर 30 के बिल्कुल करीब है। इस संपत्ति पर कब्जे को लेकर धीरेंद्र ब्रह्मचारी के पुराने अनुयायियों में विवाद चल रहा है और हाई कोर्ट में भी मामला विचाराधीन है।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
