हिसार, 09 नवंबर (Udaipur Kiran) । लोक निर्माण एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि गौ माता की सेवा सबसे बड़ा धर्म है। हरियाणा सरकार गोवंश संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है। रणबीर गंगवा शनिवार को बरवाला में अग्रोहा रोड स्थित श्री गौ रक्षा सेवा समिति गौशाला में आयोजित 15वें वार्षिक गोपाष्टमी पूजन महोत्सव समारोह को संबोधित कर रहे थे। भाजपा प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया व मंत्री गंगवा ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की शुरुआत की।
मंत्री गंगवा ने गौशाला कमेटी को स्वैच्छिक कोटे से 11 लाख का अनुदान देने की घोषणा की और मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत गौशाला में तूड़ी गोदाम के निर्माण कार्य का उद्घाटन भी किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर वर्ष गौशालाओं की देखभाल के लिए अनुदान राशि में वृद्धि कर रही है। हमारी संस्कृति में गौ माता को महत्वपूर्ण स्थान हासिल है। उन्होंने गौ रक्षा का संकल्प देते हुए कहा कि गौ बहुउपयोगी है इसलिए हम गौ माता का पूजन करते हैं। उन्होंने कहा कि माता-पिता की सेवा करना प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है, उसी तरह गाय माता की भी निस्वार्थ भाव से सेवा करना सभी का दायित्व है। मानव सेवा से भी बड़ी सेवा गौ माता की सेवा है। हर व्यक्ति को अपने घर में गाय का पालन करना चाहिए।
मंत्री रणबीर गंगवा ने इस अवसर पर नागरिकों की समस्याएं सुनी और उनके निवारण का आश्वासन भी दिया। उन्होंने अग्रोहा-बरवाला रोड पर 33 फुट के कच्चे रास्ते सहित गौशाला कमेटी द्वारा दिए गए मांग पत्र की सभी मांगों को पूरा करने का भरोसा दिलाया। इससे पहले कैबिनेट मंत्री ने विनोद नगर वार्ड संख्या 7 में स्थित हनुमान मंदिर धर्मशाला चैरिटेबल ट्रस्ट को 11 लाख रुपये का अनुदान देने की घोषणा की।
भाजपा प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया ने अपने संबोधन में कहा कि संसार में सबसे बड़ा पुण्य गौ माता की नि:स्वार्थ सेवा करना है व सबसे बड़ा धर्म गौमाता की रक्षा करना है।
इस अवसर पर माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष ईश्वर मालवाल, बरवाला एसडीएम डॉ. वेदप्रकाश बैनीवाल, खेदड़ थर्मल पावर प्लांट के चीफ इंजीनियर अमोद जिंदल, बरवाला नगरपालिका अध्यक्ष रमेश बैटरीवाला, गौशाला के संस्थापक अध्यक्ष दादा त्रिलोक चंद, प्रधान त्रिलोक शर्मा, विनोद बंसल, जीवन सिंगला, बिजेन्द्र बामल, मुरली गर्ग, रामनिवास वर्मा, भाजपा जिला सचिव वैभव बिदानी सहित अनेक गणमान्य नागरिक एवं गौ भक्त उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / राजेश्वर