Madhya Pradesh

कटनी : स्‍कूली शिक्षक वीडियो कांड, शिक्षक ने बच्‍चों काे शराब नहीं स्प्राइट पिलाई थी

कटनी : स्‍कूली  शिक्षक वीडियो  कांड,  शिक्षक ने बच्‍चों काे शराब नहीं स्प्राइट पिलाई थी

कटनी, 22 अप्रैल (Udaipur Kiran) । कटनी जिले में नाबालिक बच्चों को शराब पिलाने वाले शासकीय प्राथमिक शाला पु‍रानी बस्‍ती खिरहनी के निलंबित प्राथमिक शिक्षक नवीन प्रताप सिंह के विरूद्ध बाल श्रम प्रतिषेध और विनियमन अधिनियम की धारा 3 और 14के तहत पुलिस थाना बरही में एफआईआर दर्ज कराई गई है।

जनसंपर्क द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि कलेक्‍टर दिलीप कुमार यादव के निर्देश पर प्राथमिक शिक्षक के विरूद्ध तहसीलदार बरही की अध्‍यक्षता में गठित चार सदस्‍यीय जांच दल से प्राप्‍त प्रतिवेदन के आधार पर श्रम निरीक्षक रमाकांत लोधी द्वारा बरही पुलिस थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

जांच दल द्वारा विकासखण्ड बड़वारा स्थित शासकीय प्राथमिक शाला पुरानी बस्ती खिरहनी, में प्राथमिक शिक्षक नवीन प्रताप सिंह पिता लाल उदयराज सिंह की सोशल मीडिया में वायरल वीडियो की तथ्यात्मक जांच की गई।

जांच में उल्‍लेखित है कि कथित वीडियो में दिख रहे शिक्षक लाल नवीन प्रताप सिंह प्राथमिक शिक्षक के पद पर पदस्थ है। वायरल वीडियो में दिख रहे बच्चों को आहूत किया गया। जिनमें आर्यन पिता संतोष जाति पटवा निवासी कौसाम्बी उत्‍तरप्रदेश उम्र 14वर्ष, अभिलेश पिता राजकपूर उम्र 12वर्ष निवासी खिरहनी, समयकरण पिता शैलेन्द्र कोल उम्र 14वर्ष, सत्यम पिता गोविंद कोल उम्र 12वर्ष, अरविन्द पिता सूरज कोल उम्र 12वर्ष, अखिलेश पिता नीरज उम्र 10वर्ष, सौरभ पिता उदय उम्र 10वर्ष सभी नाबालिग है।

12 वर्षीय अरविन्द के पुत्र सूरज कोल द्वारा बताया गया कि ये समस्त बच्चे माध्‍यमिक शाला पिपरिया कला एवं प्राथमिक शाला खिरहनी में पढ़ते है।

वायरल वीडियो में दिख रहा कोई भी बच्चा शासकीय प्राथमिक शाला पुरानी बस्ती खिरहनी में अध्ययनरत नहीं है। जांच दल द्वारा बच्चो से पूछने पर बताया गया कि शिक्षक श्री सिंह के खेत में भूसा भरने गये थे, भूसा भरने पर प्रति बच्चे 20 रूपये शिक्षक द्वारा दिये गये। लगभग 2 घंटे काम किया इसके उपरांत शिक्षक के घर में बैठ कर दिये गये पेय पदार्थ को पिया गया। बच्चो के बताये अनुसार उनको स्प्राइट पिलाई गई थी।

जांच दल ने अपने प्रतिवदेन में बताया कि वायरल वीड़ियों में दिख रहे सभी बच्चे नाबालिक है, घटना विद्यालय परिसर की न होकर शिक्षक के घर की है। वीड़ियों में दिख रहे बच्चे शाला में संधारित बालकांन पंजी में दर्ज नही है। शिक्षक द्वारा स्कूल समय में बगैर लिखित सूचना के अपने कर्तव्य स्थल से अनुपस्थित रहने की पुष्टि जांच में होती है। वायरल वीडियो में जो बोतल शिक्षक के द्वारा हाथ में ली गई है, शिक्षक के कथन अनुसार वह बोतल शराब की है। शिक्षक द्वारा जो पेय पदार्थ बच्चों में वितरित किया गया है वह स्प्राइट है, किन्तु वीड़ियों में कहीं भी स्प्राइट की बोटल नही दिख रही है, अपितु शिक्षक के बताये अनुसार शराब की बोटल में स्प्राइट दिया गया है। उपरोक्त जांच से स्पष्ट है कि शिक्षक द्वारा अपने पदीय कर्तव्यों की अवहेलना की गई है।

(Udaipur Kiran) / राकेश चतुर्वेदी

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