

•अब तक सवा लाख वर्ग मीटर जमीन से हटाया अतिक्रमण, कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी
अहमदाबाद, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) । बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए पनाहगाह बनी अहमदाबाद के चंडोला तालाब की जगह दूसरे दिन बुधवार को भी अवैध अतिक्रमण को ढहाने (डिमोलिशन) की कार्रवाई जारी है। अब तक यहां डेढ सौ से अधिक कच्चे-पक्के मकान तोड़े जा चुके हैं। यह सब सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर बनाए गए हैं। करीब सवा लाख वर्ग मीटर जमीन से अतिक्रमण हटाया गया है। दूसरी ओर प्रशासन की इस बड़ी कार्रवाई पर राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी का बयान सामने आया है। उन्होंने चंडोला तालाब की जमीन पर हुए अतिक्रमण स्थल से वेश्यावृत्ति और आतंकियों को पनपने में बढ़ावा देने का दावा किया है।
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने बुधवार को कहा कि चंडोला तालाब की जगह से निर्दोष बच्चियों को वेश्यावृत्ति की ओर धकेला जाता था। यहां रहने वाले लोगों के आतंकी कनेक्शन भी पूर्व में सामने आ चुके हैं। चंडोला तालाब के चारों ओर 1.25 लाख वर्ग मीटर से अधिक जमीन पर अतिक्रमण किया गया था। सरकार इस अतिक्रमण को पूरी तरह खाली कराने का काम कर रही है। बुधवार शाम तक सभी अतिक्रमण हटाकर आधिकारिक जानकारी दी जाएगी। जानकारी के अनुसार अहमदाबाद के इतिहास में सबसे बड़ा डिमोलिशन किया जा रहा है। बुधवार को कार्रवाई के दूसरे दिन दाणीलीमडा की ओर से कार्रवाई शुरू की गई। इस दौरान कई लोगों ने खुद से मकान खाली कर दिए तो कई लोगों ने हंगामा किया और डिमोलिशन की कार्रवाई का विरोध किया। डिमोलिशन के दौरान अवैध बांग्लादेशियों के बजाये भारतीयों के भी मकान तोड़े जाने पर दाणीलीमडा के कांग्रेस विधायक शैलेष परमार व अहमदाबाद म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन में नेता प्रतिपक्ष शेहजाद खान पठाण ने कहा है कि वे घर विहीन हो चुके लोगों के लिए हाउसिंग पॉलिसी के तहत मकान देने की मांग करेंगे। इससे पूर्व डिमोलिशन पर स्टे लाने के लिए मंगलवार को कई लोग हाईकोर्ट गए थे, लेकिन हाईकोर्ट ने इस पर सुनवाई करते हुए स्टे देने से इनकार कर दिया था। अब इस मुद्दे पर 19 जून को सुनवाई होगी।
अल-कायदा स्लीपर सेल और अन्य आतंकवादी नेटवर्क
कुछ महीने पहले जिस जगह पर चार आतंकवादियों को हिरासत में लिया गया था, उस स्थल पर डिमोलिशन की कार्रवाई की गई है। हाल के वर्षों में गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत अहमदाबाद शहर से प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-कायदा भारतीय उप महाद्वीप (एक्यूआईएस) के चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया था, जो मूल रूप से बांग्लादेश के थे। फिलहाल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इस मामले की जांच कर रही है। वर्तमान में अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) और जमातुल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) तथा अन्य आतंकी संगठनों के कई आतंकवादी बांग्लादेश की जेल से मुक्त होने के बाद घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा बेनकाब हो चुके अनेक ड्रग कार्टेल के साथ जुड़े अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त कर दिया गया है। अतीत में इस इलाके से ड्रग के अनेकों मामले सामने आए हैं और वहां ड्रग का व्यापार प्रचलित था। कई बांग्लादेशी नागरिकों ने इन गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाई थी। पहलगाम आतंकी हमला के बाद शुरू हुए मेगा सर्च अभियान में बड़ी संख्या में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया और उनके अतिक्रमणों को ध्वस्त कर दिया गया है। इस कार्रवाई के दौरान अहमदाबाद पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के कई आपराधिक नेटवर्कों को सफलतापूर्वक तोड़ दिया है।
चंडोला तालाब इलाके में कार्यरत एक बड़े वेश्यावृत्ति नेटवर्क का पर्दाफाश किया गया है। गत वर्ष अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने मानव तस्करी का मामला दर्ज किया था, जिसमें एक व्यक्ति युवा बांग्लादेशी लड़कियों को बहला-फुसलाकर अहमदाबाद शहर में लाता था, उनका शारीरिक शोषण करता था और उन्हें वेश्यावृत्ति के दलदल में धकेल देता था। इसके अलावा जाली दस्तावेजों के कई मामले इस क्षेत्र से जुड़े मिले हैं। पिछले वर्ष अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने फर्जी और अवैध दस्तावेजों तथा मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी दर्ज किया था, जिसमें आरोपी यहां अवैध गतिविधियों के जरिए पैसा कमाते थे और उसे अवैध रूप से बांग्लादेश ट्रांसफर करते थे। अहमदाबाद शहर क्राइम ब्रांच जल्द ही ऐसे एक मामले में एफआईआर दर्ज करेगी, जिसमें बांग्लादेशी नागरिकों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर भारतीय पासपोर्ट हासिल किया था।
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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय
