हरिद्वार, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । हरित ऋषि विजयपाल बघेल (ग्रीन मैन ऑफ इंडिया) ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की वैश्विक समस्या का स्थाई समाधान हरित क्षेत्र बढ़ाने में ही निहित है। दुनिया में घटती हरियाली ही तो प्राकृतिक आपदाओं को निमंत्रित कर रही है। कोविड जैसी महामारी वायुमंडल में सिमटती ऑक्सीजन के कारण ही फैलती है। विश्व के लगभग 200 देशों में प्रति व्यक्ति पेड़ का औसत 422 है। जबकि भारत जैसे प्रकृति समृद्ध देश में यह आंकड़ा बहुत कम होकर केवल 28 है, इसलिए देश में 18 लाख लोग प्रतिवर्ष शुद्ध ऑक्सीजन न मिलने के कारण प्रदूषण की वजह से अकाल मौत मर रहे हैं।
हरिद्वार के जगजीतपुर क्षेत्र में स्थित अचीवर होम स्कूल में आयोजित हरेला सम्मेलन में हरित ऋषि विजयपाल बघेल ने सचेत करते हुए कहा कि वन संपदा का दोहन इसी तरह होता रहा तो धरती शीघ्र ही आग का गोला बन जाएगी। सम्मेलन की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाचार्य डा. एस सरकार व संचालन जूनियर विंग प्रधानाध्यापक लोकेश कुमार ने किया। सम्मेलन में पर्यावरणप्रेमी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिन्होंने हरेला अभियान में योगदान दिया।
मुख्य अतिथि ग्रीनमैन विजयपाल बघेल ने बताया कि हरेला लोकपर्व के तहत छह जुलाई से नियमित पौधरोपण अभियान चलाया जा रहा है जिसने जन जागरण करके पेड़ के प्रति अपनत्व का रिश्ता स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है।
भारतीय वृक्ष न्यास के संरक्षक जगदीश लाल पाहवा ने अधिकाधिक पौधरोपण करने पर बल देते हुए कहा कि ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया की ओर से प्रतिदिन पौधरोपण कर प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अभियान के जिला संयोजक प्रमोद शर्मा ने कहा कि हमें अब तो सचेत हो जाना चाहिए और प्रकृति की रक्षा के कार्य को सर्वाधिक महत्वपूर्ण मानना चाहिए। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राकेश अरोड़ा पाहवा ने कहा कि हरेला उत्तराखंड का लोकपर्व ही नहीं अपितु भारतीय संस्कृति में प्रकृति संरक्षण का परंपरागत माध्यम है।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सेवा प्रमुख अनिल भारतीय ने पर्यावरण संरक्षण के लिए सजग रहने का आह्वान करते हुए पेड़ लगाने के साथ पानी बचाने का संकल्प दिलाया।
इस अवसर पर पूर्व में आयोजित हरेला रेली का सफल संचालन करने वाले तथा अन्य पर्यावरणीय गतिविधियों का नेतृत्व करने वाले 12 विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। इससे पहले सम्मेलन का शुभारंभ पौधरोपण कर किया गया। इसमें विद्यार्थी अर्णव ने अपने जन्मदिवस के उपलक्ष में पौध लगा अन्य साथियों को भी अपने जन्मदिन पर पौधा लगाने का संदेश दिया।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला