हरदा, 20 जनवरी (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के हरदा शहर के छीपानेर रोड स्थित रामानंद नगर में सोमवार देर शाम घर की छत पर पतंग पड़ा रहे दो बालकों पर हाईटेंशन लाइन (33 केवी) का तार टूटकर गिर गया। इससे तेज करंट लगने से दोनों बालक गंभीर रूप से झुलस गए और अचेत होकर घर की छत पर गिर गए। किसी तरह परिजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से एक बच्चे को गंभीर हालत में भोपाल रेफर कर दिया। वहीं, दूसरे बच्चे की स्थिति खतरे से बाहर है।
जानकारी के अनुसार, रामानंद नगर कॉलोनी में रहने वाले 9 वर्षीय दिव्यांश पुत्र कमलेश राठौर और 10 वर्षीय केशव चौरे सोमवार देर शाम करी करीब साढ़े सात बजे अपने घर की छत पर पतंग उड़ा रहे थे। इस दौरान घर के ऊपर से गुजर रही 11 केवी की बिजली लाइन से दोनों बच्चों को करंट लग गया। घटना के तुरंत बाद परिजन दोनों बच्चों को जिला अस्पताल ले गए। चिकित्सकों ने जांच के बाद दिव्यांश की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए भोपाल रेफर कर दिया। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने बिजली कंपनी के दफ्तर का घेराव किया और चक्काजाम कर दिया।
पुलिस ने बताया कि बालक दिव्यांश और केशव रोजाना की तरह घर की छत पर पतंग उड़ाने के लिए गए। कुछ देर पतंग उड़ाई। इसके बाद उनके ऊपर हाईटेंशन लाइन का तार गिर गया। बच्चों को संभलने का भी मौका नहीं मिला और वह करंट की चपेट में आकर झुलस गए। घटना के बाद दोनों को निजी वाहन से जिला अस्पताल लाया गया। चिकित्सकों ने उनका प्रारंभिक उपचार किया। इसके बाद दिव्यांश की हालत गंभीर होने के बाद उसे भोपाल रेफर किया गया।
स्थानीय निवासी सुष्मिता राजपूत सहित अन्य लोगों ने इसे बिजली कंपनी की गंभीर लापरवाही बताया है। लोगों ने बताया कि उनके क्षेत्र में पहले भी तार टूटने की घटना हो चुकी है, जिसमें कुछ लोगों ने जान भी गंवा दी थी। बार बार शिकायत करने और मांग के बावजूद बिजली कंपनी ने घरों के ऊपर से गुजरी 11 और 33 केवी लाइन के तार नहीं हटाए। आज यह बड़ी घटना हो गई। घटना से गुस्साए स्थानीय लोगों ने रात करीब 8 बजे बिजली कंपनी कार्यालय का घेराव कर दिया। बिजली कंपनी के खिलाफ नारेबाजी हुई। सौ से अधिक लोग पहुंच गए। प्रशासन ने सिविल लाइन थाना पुलिस तैनात कर दी।
बिजली कंपनी के जनरल मैनेजर वीके बागड़ी ने बताया कि टीम को मौके पर भेज दिया गया है और लाइन की जांच की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगले दिन सर्वे कर उचित कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय लोगों ने स्पष्ट किया है कि जब तक स्थायी समाधान नहीं निकाला जाता, वे धरने पर डटे रहेंगे।
(Udaipur Kiran) तोमर