ग्वालियर, 24 सितंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सोमवार की रात एक सर्राफा कारोबारी को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी और करीब 17 लाख रुपये कीमत की ज्वैलरी और नकदी से भरा बैग लूटकर फरार हो गए। कारोबारी के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने मंगलवार सुबह करीब 7 बजे बदमाशों को एनकाउंटर में पकड़ लिया। एक आरोपित के घुटने में गोली लगी है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सर्राफा कारोबारी चाहत सोनी सोमवार रात करीब 10 बजे महाराजपुरा कुशवाह मार्केट स्थित अपनी श्री रामराजा ज्वेलर्स शॉप पर ताला लगा रहे थे और उनके पिता पुष्पेन्द्र सोनी डिवाइडर के उस पार बेटे का इंतजार कर रहे थे। चाहत के पास पिट्टू बैग था, जिसमें 200 ग्राम सोना और एक लाख रुपये कैश था। चाहत ताला लगाकर जैसे ही निकले, उसी समय बाइक पर सबार तीन बदमाश आए और एक ने फायरिंग कर उनके पैर में गोली मार दी। गोली लगने से वह भाग नहीं पाए और वहीं गिर गए। इसी बीच बदमाशों ने उसने बैग छीन लिया और बाइक पर बैठकर भाग निकले। सड़क की दूसरी तरफ खड़े पिता ने बेटे के पास पहुंचने का प्रयास किया, लेकिन जब तक वह पहुंचे बदमाश भाग चुके थे। इसके बाद पुलिस ने शहर में नाकाबंदी कर लुटेरों की तलाश शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
सूचना मिलते ही आईजी ग्वालियर अरविंद सक्सेना, डीआईजी अमित सांघी और एसपी राकेश कुमार सगर तत्काल स्पॉट पर पहुंच गए। सर्राफा कारोबारी के पड़ोस की दुकान पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें लूट की वारदात कैद हो गई थी। पुलिस ने रात में पूरे शहर की घेराबंदी कर दी और बदमाशों की तलाश में जुट गई। पुलिस ने मंगलवार सुबह बदमाशों को खेरिया मोदी गांव के पास घेर लिया। पुलिस को देखते ही एक बदमाश अरुण चौहान ने फायरिंग की। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो अरुण के दो साथी प्रमोद तोमर और राधास्वामी जाटव भाग गए। मुठभेड़ में मुरैना का शातिर बदमाश अरुण चौहान घुटने पर गोली लगी और वह गिर पड़ा। पुलिस ने उसे दबोच लिया। प्रमोद और राधास्वामी को कुछ दूरी पर पकड़ा। पुलिस ने उनके पास से लूटा हुआ माल बरामद कर लिया है।
पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपित कई दिन से यहां रेकी कर रहे थे। बदमाशों को पता था कि सर्राफा कारोबारी रोज दुकान बंद करने के बाद सोना और कैश लेकर शताब्दीपुरम की ओर जाता है। बदमाश डीडी नगर पुलिस चौकी की ओर से आए और लूट कर शहर की तरफ भागे। जिस रूट की तरफ बदमाश भागे थे, वह मुरैना की तरफ जाता है। पकड़े गए लुटेरों का पूरा रिकॉर्ड पुलिस के पास आ गया है। तीनों पर आर्म्स एक्ट, लूट, डकैती, हत्या का प्रयास व हत्या के 19 मामले दर्ज हैं। अकेले गिरोह के सरगना अरुण पर 11 मामले दर्ज हैं। प्रमोद तोमर पर तीन और राधास्वामी पर पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं। तीनों मुरैना के पोरसा और अंबाह थाना के हिस्ट्रीशीटर हैं।
(Udaipur Kiran) तोमर