
-ग्वालियर-चंबल में शुक्रवार को भी बारिश के आसार
-कहीं-कहीं ओलों की हल्की बौछार भी गिरी
ग्वालियर, 03 अप्रैल (Udaipur Kiran) । गर्मी की ओर बढ़ते मौसम के बीच गुरुवार शाम को शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में बारिश शुरू हो गई। चंूकि आसमान घने बादलों से पटा हुआ है। इसलिए अगले 24 घंटे के दौरान भी बारिश की संभावना जताई जा रही है। इससे खेतों में कटने के लिए तैयार खड़ी गेहूं की फसल को नुकसान होने की बात कही जा रही है। गुरुवार को सुबह से दोपहर बाद तक मौसम शुष्क रहा और तेज धूप खिली रही। इसके चलते पिछले दिन की तरह आज भी अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस पर अड़ा रहा जो सामान्य से 0.7 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 18.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
यह सामान्य से 0.9 डिग्री सेल्सियस कम है। शाम होते-होते आसमान में बादल घुमडऩे लगे। शाम लगभग साढ़े चार बजे से बूंदाबांदी शुरू हो गई जो रुक-रुककर शाम लगभग साढ़े सात बजे तक जारी रही। इस दौरान कभी हल्की तो कभी तेज बारिश भी हुई।
बताया जा रहा है शाम साढ़े छह बजे के आसपास हनुमान चौराहा सहित चुनिंदा स्थानों पर ओलों की हल्की बौछार भी गिरी। ग्रामीण क्षेत्र में भी ओलों की बौछार गिरने की सूचना है। हालांकि प्रशासनिक स्तर से इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल से प्राप्त जानकारी के अनुसार मराठवाड़ा महाराष्ट्र में इस समय एक चक्रवातीय परिसंचरण बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिमी मध्यप्रदेश से एक द्रोणिका गुजर रही है जो मराठवाड़ा में मौजूद चक्रवातीय परिसंचरण से लेकर कर्नाटक तक विस्तृत है। इन मौसम प्रणालियों की वजह से ही आज ग्वालियर शहर सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्र में कहीं बूंदांबांदी तो कहीं हल्की बारिश हो गई। पिछले 24 घंटे के दौरान गुना, शिवपुरी, अशोकनगर जिलों में भी बारिश दर्ज की गई है। अगले 24 घंटे के दौरान भी ग्वालियर एवं चंबल संभाग में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से तेज हवाएं चल सकती हैं। कहीं-कहीं वज्रपता भी हो सकता है।
जिले के ग्रामीण क्षेत्र में भी कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई है। जिससे गेहूं की फसल को नुकसान होने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि तेज हवा के साथ हुई बारिश की वजह से कुछ गांवों में गेहूं की फसल खेतों में पसर गई है। कृषि विभाग के उपसंचालक आरएस शाक्यवार ने बताया कि आज हुई अभी हल्की बारिश ही हुई है। इससे फसलों को कोई नुकसान की संभावना नहीं है। हालांकि सरसों, चना, मसूर की फसलें 100 प्रतिशत कटने के साथ थे्रसिंग भी हो चुकी है। मुरार एवं घाटीगांव क्षेत्रों में गेहूं की फसल भी लगभग 60 प्रतिशत कट चुकी है। साथ ही हार्वेस्टिंग भी हो चुकी है। लगभग 40 प्रतिशत गेहूं की फसल अभी पकी हालत में खड़ी है।
डबरा एवं भितरवार क्षेत्रों में अभी गेहूं की फसल पकी हालत में खड़ी है। इन क्षेत्रों में अभी लगभग 15 से 16 प्रतिशत ही गेहूं की फसल की हार्वेस्टिंग हो पाई है। ऐसे में यदि तेज बारिश होती है तो खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / शरद शर्मा
