ग्वालियर, 19 जनवरी (Udaipur Kiran) । ग्वालियर थाने के गौसपुर में साफ्टवेयर इंजीनियर मनीष राजपूत ने अपनी मां राधा राजपूत के साथ जहर (सल्फास) खाकर आत्महत्या कर ली। पहले इंजीनियर की मौत हुई और बाद में उसकी मां की। रविवार को मां का शव उनके घर के एक कमरे में मिला। वहीं, युवक की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें लिखा है कि हम मां-बेटे अपनी मर्जी से सुसाइड कर रहे हैं। हमारी मौत के बाद किसी को परेशान नहीं किया जाए। पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ग्वालियर थाना प्रभारी मिर्जा आसिफ बेग ने बताया कि गौसपुरा में शनिवार रात को मनीष राजपूत की तबियत खराब हुई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उसने पुलिस को बताया कि उसने सल्फास खाया है। कुछ ही देर बाद मनीष की मौत इलाज के दौरान हो गई। मनीष की मौत के बाद घर पर उसकी मां राधा राजपूत की हालत भी खराब हुई और उनकी भी मौत हो गई। तब अफवाह उड़ी कि मां को बेटे के गम की वजह से हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई, लेकिन बाद में सुसाइड नोट सामने आ गया। जिसमें युवक ने लिखा था कि वह और उसकी मां स्वेच्छा से आत्महत्या कर रहे हैं।
बताया जाता है कि साफ्टवेयर इंजीनियरिंग करने के बाद से मनीष को नौकरी नहीं मिली थी। वह लगातार प्रयास कर रहा था। साथ ही नौकरी न लगने की वजह से उसकी शादी भी नहीं हो रही थी। इससे वह काफी निराश था और अवसाद में था। बेटे के अवसाद में जाने की वजह से मां राधा भी निराश थी। इसलिए दोनों ने आत्मघाती कदम उठाया है। पुलिस ने मां-बेटे के शवों का पोस्टमार्टम कराकर उनके परिजन को सौंप दिया है। टीआई मिर्जा आशिफ बेग ने भी फ्रस्टेशन की बात कही है।
सुसाइड नोट में लिखा हमारी कुछ इच्छा हैं…
मृतक के पास मिले सुसाइड नोट में लिखा है ”हम मां और बेटे अपनी मर्जी से सुसाइड कर रहे हैं। किसी को कोई परेशान न करें। हमारी कुछ आखिरी इच्छा है, जो पूरी करें।” पुलिस ने सुसाइड नोट को जब्त कर लिया है। हालांकि मृतक मनीष राजपूत दो भाई था, लेकिन उसके माता-पिता उसके साथ ही रहते थे। उसका भाई उससे व माता-पिता से अलग रहता था।
(Udaipur Kiran) तोमर