ग्वालियर, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । छुटपुट बारिश को छोड़ दें तो पिछले एक सप्ताह से मानसून निष्क्रिय है। इसके चलते मंगलवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि फिलहाल तेज बारिश की संभावना कम है। झमाझम बारिश के लिए अभी तीन से चार दिन का इंतजार करना पड़ सकता है।
ग्वालियर में पिछले एक सप्ताह से बादल थमे हुए हैं। बादलों का घनत्व कम होने से धूप भी निकल रही है। ऐसे विपरीत मौसम में लोगों को उमस पूर्ण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को भी अधिकतर समय धूप खिली रही। इस वजह से अधिकतम तापमान पिछले दिन की तुलना में 3.5 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 37.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जो औसत से 3.7 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। मानसून निष्क्रिय होने से हवा में नमी भी काफी कम हो गई है। आज सुबह हवा में नमी 82 प्रतिशत दर्ज की गई जो औसत से 05 प्रतिशत अधिक है जबकि शाम को हवा में नमी 49 प्रतिशत दर्ज की गई जो औसत से 11 प्रतिशत कम है। पिछले साल भी 21 जुलाई को अधिकतम तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के अनुसार इस समय विदर्भ से सटे दक्षिण छत्तीसगढ़ में निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है लेकिन उसका असर ग्वालियर-चंबल तक नहीं पहुंच रहा है इसलिए यहां मानसून लगभग निष्क्रिय स्थिति में पहुंच चुका है। ऐसे में फिलहाल तापमान सामान्य अधिक वृद्धि और वातावरण में उमस ज्यादा होने की स्थिति में हल्की-फुल्की बारिश की ही उम्मीद की जा सकती है। मौसम विभाग के अनुसार 19 जुलाई के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक नई मौसम प्रणाली विकसित होने की उम्मीद है। उसके सक्रिय होने के बाद ग्वालियर-चंबल संभाग में झमाझम बारिश के नजारे देखने को मिल सकते हैं।
(Udaipur Kiran) / शरद शर्मा / राजू विश्वकर्मा