– अस्पताल में कुछ स्थानों पर पंखे बंद मिलने व गंदगी मिलने पर जताई नाराजगी, मरीजों से जमीन पर बैठकर जाने हालचाल
ग्वालियर, 3 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मरीजों को मान-सम्मान के साथ दवा व उपचार मिले। अस्पताल से कोई भी मरीज निराश होकर न लौटे। सरकार की मंशा है कि जो सबसे पीछे व सबसे नीचे है, उस व्यक्ति को भी इलाज की बेहतर से बेहतर सुविधा मिले। यह निर्देश जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने जिला चिकित्सालय मुरार के निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन को दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि डॉक्टर व पैरामेडीकल स्टाफ अस्पताल में समय पर उपस्थित हों। किसी भी मरीज को इलाज के लिये चिकित्सकों का इंतजार न करना पड़े।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने गुरुवार को जिला चिकित्सालय मुरार का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ई-हॉस्पिटल पंजीयन एवं नि:शुल्क दवा वितरण केन्द्र की लाइन में लगकर मरीजों के पंजीयन व दवा वितरण की वस्तुस्थिति जानी। उन्होंने यहाँ पर मरीजों की अधिक भीड़ पाए जाने पर पंजीयन के लिये अतिरिक्त काउण्टर शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही जमीन पर मरीजों के बीच बैठकर उनकी दु:ख-तकलीफ सुनीं और अस्पताल में मिल रहीं स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने वृद्ध मरीज को व्हील चेयर पर बिठाकर इलाज के लिए डॉक्टर तक पहुँचाया। साथ ही जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड, आंतरिक रोगी पंजीयन केन्द्र, एक्सरे कक्ष व ओपीडी का भी जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने ओपीडी में मौजूद डॉ. अमित रघुवंशी सहित अन्य चिकित्सकों से चर्चा की और कहा कि पूरी संवेदनशीलता के साथ मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराई जाएँ।
अस्पताल के कुछ हिस्सों में पंखे चालू न मिलने और गंदगी पाई जाने पर प्रभारी मंत्री सिलावट ने नाराजगी जताई। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि अस्पताल की साफ-सफाई की पुख्ता व्यवस्था करें। खासतौर पर वाटर कूलर, शौचालय, अस्पताल के गलियारे व वार्डों में कहीं भी गंदगी नहीं दिखना चाहिए। निरीक्षण के दौरान नगर निगम सभापति मनोज सिंह तोमर व पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, एसडीएम अशोक चौहान, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव एवं सिविल सर्जन डॉ. आर के शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
डेंगू के इलाज के इंतजामों की जानकारी भी ली
प्रभारी मंत्री सिलावट ने जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान डेंगू व मच्छरजनित बीमारियों के इलाज के लिये की गई व्यवस्थाओं की विशेष रूप से जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि डेंगू रोगियों को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराएँ। सिविल सर्जन डॉ. आर के शर्मा ने बताया कि जिला चिकित्सालय में डेंगू रोगियों के इलाज के लिये अलग से व्यवस्था की गई है। डेंगू वार्ड में अब कोई मरीज भर्ती नहीं है। सभी मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। आज सुबह भी तीन मरीजों की छुट्टी की गई।
इस अवसर पर मंत्री सिलावट ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन की बैठक लेकर निर्देश दिए कि अस्पताल में स्टाफ की सूची बनाएँ और उसका प्रस्ताव तैयार करें। उन्होंने कहा कि भोपाल स्तर से इस प्रस्ताव को मंजूरी दिलाई जायेगी। सिलावट ने जिला चिकित्सालय में संचालित प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र का भी जयजा लिया। साथ ही जन औषधि केन्द्र के प्रभारी को निर्देश दिए कि सरकार की यह महात्वाकांक्षी योजना है। यहाँ से हर जरूरतमंद मरीज को बिना किसी कठिनाई के सस्ती दर पर दवाएँ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
(Udaipur Kiran) तोमर