-एजेंसी मानेसर निगम क्षेत्र में करती है रोड स्वीपिंग, पुश अप रोटेटिंग और ड्रेन सफाई का काम
-निगम एजेंसी को हर महीने कर रहा है करीब एक 4.30 करोड़ का भुगतान
गुरुग्राम, 29 अप्रैल (Udaipur Kiran) । नगर निगम मानेसर क्षेत्र में रोड स्वीपिंग, पुश अप रोटेटिंग और ड्रेन सफाई का काम करने वाली एजेंसी आकांक्षा एंटरप्राइजेज पर निगम ने करीब 4.50 करोड़ रुपये का जुर्माना ठोंका है। फरवरी 2023 में आकांक्षा एंटरप्राइजेज को नगर निगम मानेसर की ओर से इन कार्यों के लिए कांट्रेक्ट दो साल के लिए दिया गया था। पूरे प्रोजेक्ट की लागत 105 करोड़ रुपये थी। एजेंसी को हर महीने औसतन 4.30 करोड़ के लगभग भुगतान किया जा रहा था। निगम द्वारा यह भी देखा गया है कि 2023 से दिसंबर 2024 तक की बिल अदायगी में भी एजेंसी ने पूरे 1997 मैनपावर के अनुसार पेमेंट निगम से उठाई है, जो कि लगभग 90 करोड़ रुपये की राशि बनती है। निगम आयुक्त ने इस पर जांच के आदेश दिए हैं। आकांक्षा एंटरप्राइजेज ने अनुमानित 1997 सफाई कर्मचारियों के बजाय कम कर्मचारी लगाए थे, जिसके कारण नगर निगम मानेसर की सफाई शाखा और बिल संबंधी अधिकारियों ने लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये की पेनल्टी लगाकर सीनियर अधिकारियों को प्रस्तावित की है। जुलाई 2024 से फरवरी 2025 तक लगाए गए मैनपावर की डिटेल्स दर्शाती है कि किस तरह निगम में 1/4 मैनपावर पर ही आकांक्षा एंटरप्राइजेज ने हर महीने 100त्न मैनपावर की पेमेंट निगम से ली है।
यह मामला पूरा संज्ञान में आने के बाद कमिश्नर ने जिन कर्मचारियों के कार्य में कमी पायी है, उनको शोकॉज नोटिस भेजे। साथ ही अपने उच्च अधिकारियों को भी लिखा कि इन लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। पटौदी के विधायक ने भी कई बार निगम से कहा था कि आकांक्षा एंटरप्राइजेज पर नियमानुसार कार्रवाई की जाए और एसडब्ल्यूएम पोर्टल के माध्यम से ही पेमेंट की जाए। इसे ध्यान में रखते हुए एजेंसी पर करीब 4.50 करोड़ रुपये का चालान लगाया गया है। साथ ही निगम मुख्यालय को जांच भी सौंपी जाएगी।
निगम की ओर से कहा गया है कि आकांक्षा एंटरप्राइजेज इससे पहले भी अपनी कार्यशैली को लेकर ब्लैक लिस्टेड हो चुकी है। मानेसर निगम कमिश्नर रेनू सोगान ने पूरे मामले का तथ्यपूर्ण विश्लेषण करने के बाद तय किया गया कि सफाई कर्मचारियों की संख्या पूरी नहीं होने और सफाई व्यवस्था में अव्यवस्था के कारण यह जुर्माना उचित है। जुर्माना राशि पता चलने पर आकांक्षा एंटरप्राइजेज द्वारा निगम अधिकारियों पर दवाव भी बनाया जा रहा है।
(Udaipur Kiran)
