Haryana

गुरुग्राम: हवाई हमले से बचाव के लिए कई स्थानों पर की मॉक ड्रिल

गुरुग्राम में हवाई हमले की मॉक ड्रिल के दौरान सांकेतिक रूप से घायल को उपचार के लिए ले जाते बचावकर्मी।
गुरुग्राम में हवाई हमले की मॉक ड्रिल के दौरान सांकेतिक रूप से घायल का नागरिक अस्पताल में उपचार करते डॉक्टर व स्टाफ।

-शाम 4 बजे एयर स्ट्राइक के मद्देनजर बजे सायरन से सभी हो गए सचेत एवं सतर्क

-डीसी अजय कुमार ने मॉक ड्रिल की हर गतिविधि की कंट्रोल रूम से की मॉनीटरिंग

गुरुग्राम, 7 मई (Udaipur Kiran) । आपातकालीन स्थिति विशेषकर हवाई हमले के दौरान नागरिकों की सुरक्षा और उनकी तैयारियों को परखने के लिए आपरेशन अभ्यास के तहत बुधवार की दोपहर बाद गुरुग्राम जिला में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल की गई। यहां एंबियंस मॉल, सेक्टर 4/7 स्थित राजकीय विद्यालय, सेक्टर-15 स्थित सालवान स्कूल, हीरो मोटोकॉर्प कंपनी व गढ़ी बाजिदपुर में निर्धारित समयावधि में मॉक ड्रिल हुई। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के चेयरमैन एवं डीसी अजय कुमार के नेतृत्व में जिला में योजनाबद्ध तरीके से नागरिक सुरक्षा अभ्यास किया गया जिसमें आपदा की स्थिति में हुई जान माल की रक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई। सीपी विकास अरोड़ा के मार्गदर्शन में डीसीपी मुख्यालय अॢपत जैन सहित पुलिस विभाग के अधिकारियों ने अपनी टीम सहित सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल को सफलतापूर्वक आयोजित करवाया।

डीसी एवं कंट्रोलर सिविल डिफेंस अजय कुमार ने बताया कि गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास के तहत गुरुग्राम जिला में नागरिक सुरक्षा तंत्र, आपातकालीन प्रतिक्रिया का परीक्षण और सुदृढ़ीकरण करने के उद्देश्य से मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। मॉक ड्रिल में सांय 4 बजे साइरन के साथ सभी चिह्निïत स्थानों पर अभ्यास शुरू हुआ और जिन निर्धारित प्रभावित स्थानों पर लोग मौजूद थे, वे तुरंत प्रभाव से सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए। जहां कहीं भी आपदा की स्थिति के दौरान लोग ऊपरी तलों पर फंस गए थे उन्हें सुरक्षित तरीके से सिविल डिफेंस व रेडक्रॉस तथा फायर बिग्रेड कर्मियों व आपदा मित्रों द्वारा नीचे उतारा गया और इलाज के लिए निकटवर्ती अस्पताल में पहुंचाया गया।

शाम 4 बजे हवाई हमले की चेतावनी का सायरन बजा

शाम 4 बजे हवाई हमले की चेतावनी वाला सायरन बजाकर सरकारी विभागों और स्वयंसेवकों सहित सभी हितधारकों को शामिल करते हुए महत्वपूर्ण और रणनीतिक स्थानों पर मॉक ड्रिल ऑपरेशन शुरू किया गया। इस मॉक ड्रिल के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया कि ऐसी स्थिति आने पर आश्रय के रूप में एक सुरक्षित आंतरिक कमरे या तहखाने की पहचान करें। फॅमिली ड्रिल्स का अभ्यास करें, लाइट बंद करें, 1-2 मिनट के भीतर सुरक्षित क्षेत्र में इकट्ठे हाे गए। मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम सचिवालय में बनाया गया था। जहां से ताऊ देवीलाल स्टेडियम में बनाए गए स्टेजिंग एरिया को सूचना दी गयी थी। सूचना मिलते ही संबंधित टीम लीडर्स अपने साथ पुलिस, फायर, सिविल डिफेंस, एनसीसी, रेडक्रॉस के वॉलंटियर्स तथा आपदा के समय इस्तेमाल में लाए जाने वाले महत्वपूर्ण संसाधनों के साथ प्रभावित स्थान के लिए रवाना हुए।

(Udaipur Kiran)

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