

-डीसी अजय कुमार व एडीसी ने की ग्रामीणों की सार्वजनिक व व्यक्तिगत शिकायतों की सुनवाई
गुरुग्राम, 26 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जिला प्रशासन ने फर्रुखनगर खंड के गांव पातली हाजीपुर में शुक्रवार की रात रात्रि ठहराव कार्यक्रम किया। डीसी अजय कुमार व एडीसी हितेश कुमार मीणा ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। उनकी सार्वजनिक व व्यक्तिगत समस्याएं सुनी और उनका मौके पर समाधान किया। इससे पहले गांव में पहुंच डीसी व एडीसी तथा डीसीपी दीपक कुमार ने खेल मैदान में खेल गतिविधियों में भागीदार युवाओं व विद्यालय के विद्यार्थियों को सकारात्मक संदेश के साथ जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
रात्रि ठहराव कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों से रूबरू होते हुए डीसी अजय कुमार ने कहा कि हरियाणा सरकार जनसेवा को समर्पित होकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि समाधान शिविर के साथ ही लोगों के घर द्वार उनकी जन सुनवाई करने के उद्देश्य से रात्रि ठहराव कार्यक्रम के तहत प्रशासन गांव में पहुंच रहा है। डीसी ने कहा कि जिला प्रशासन हर समय नागरिकों की समस्याएं सुनने और उनका समाधान करने के लिए तत्पर है।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा मुख्यालय व उप मंडल स्तर पर प्रत्येक सोमवार व गुरुवार को समाधान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें प्राप्त शिकायतों के निवारण की निरंतर मॉनिटरिंग भी की जा रही है। किसी भी नागरिक की किसी भी विभाग से संबंधित यदि कोई समस्या है तो वह बिना किसी हिचक के प्रशासन के समक्ष रखें, उनका समयबद्ध ढंग से समाधान किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे गांव के विकास में अपना योगदान दें।
ग्रामीणों को संबोधित करते हुए डीसी अजय कुमार ने कहा कि जरूरतमंद पात्र लोगों के कल्याण के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की अनेक कल्याणकारी योजनाएं हैं, जिनका लाभ जरूरतमंद लोगों को लेना चाहिए। योजना की जानकारी लेने के लिए वे संबंधित विभाग के अधिकारियों से संपर्क करें।
उन्होंने इस दौरान गाँव के स्टेडियम में बने खिलाड़ियों के चेंजिंग रूम का उद्घाटन भी किया। एडीसी हितेश कुमार मीणा ने कहा कि सरकार आपके द्वार आकर आपकी समस्याओं का निदान करे। इसी सोच के साथ जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि ठहराव का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सामान्यतः यह संभव नहीं है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर सरकारी कार्यालय पहुंचे।
(Udaipur Kiran)
