-फाइनेंस कराने के बाद कारों को बिना कागज ही दूसरे लोगों को बेचा
-फाइनेंस कराई गई अधिकतर कारें बैंगलोर की सडक़ों पर दौड़ रही हैं
गुरुग्राम, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । गुरुग्राम पुलिस ने ऐसे शातिर लोगों को गिरफ्तार किया है, जो कार फाइनेंस कंपनी को धोखे में रखकर कारें फाइनेंस करवाते। फिर लोगों को बिना कागज उन कारों को बेच देते। ऐसे एक शातिर शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। धोखे से ली गई अधिकतर गाडिय़ां बैंगलोर की सडक़ों पर दौड़ रही हैं।
कार्स-24 फाइनेंशियल प्राइवेट लिमिटेड के एडवोकेट सचिन सैनी व रीत अरोड़ा के मुताबिक पुलिस ने कॉर्स फाइनेंशियल प्राइवेट लिमिटेड के सुमेश कुमार की शिकायत पर वर्ष 2022 में मामला दर्ज किया था। आरोपी टेक्नो जस्ट कार्स 365 लिमिटेड के निदेशक राघवेंद्र को पुलिस ने बैंगलौर से गिरफ्तार किया था, जोकि अभी तक जिला जेल में बंद है। पुलिस दूसरे निदेशक नारायणप्पा व अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। उनका कहना है कि टेक्नो जस्ट 365 कंपनी के निदेशक राघवेंद्र और नारायणप्पा ने गुरुग्राम में वर्ष 2022 में कार्स-24 फाइनेसिंयल प्राइवेट लिमिटेड से 78 गाडियां खरीदी थी। कारों की खरीददारी के समय टेक्नो जस्ट 365 के निदेशकों ने सभी कारो की पेमेंट बाद में करने की बात कही थी।
टेक्नो जस्ट 365 के निदेशक ने उन्हें आश्वस्त किया था कि जैसे जैसे कार बिकती जाएगी वह कार 24 की पेमेंट करते जाएंगे। कार्स-24 कंपनी ने भी निदेशक की बात मान ली और कारें देनी शुरू कर दी थी। टेक्नो जस्ट 365 के निदेशक ने एक भी कार की पेमेंट नहीं की और 78 कारें बेच कर फरार हो गया। इस मामले की शिकायत गुरुग्राम पुलिस को दी गई। मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस ने टेक्नो जस्ट 365 के डीलर राघवेंद्र का पता लगाया। उसे बेंगलोर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। दूसरे डायरेक्टर अभी भी फरार हैं। बताया जा रहा है कि इस धोखाधड़ी के मामले में कार्स-24 कंपनी को करीब 3 करोड़ रुपए का झटका लगा है।
(Udaipur Kiran) हरियाणा