-देश के पुलिस थानों में 16788 शिकायतों का गुरुग्राम पुलिस ने किया पटाक्षेप
-कभी फर्जी अधिकारी बनकर तो कभी इन्वेस्टमेंट के नाम पर करते थे ठगी
गुरुग्राम, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । देशभर में 125 करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी के 21 आरोपियों को गुरुग्राम पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियों से पूछताछ के आधार पर देशभर में 16788 शिकायतों का खुलासा हुआ।
सहायक पुलिस आयुक्त साइबर अपराध गुरुग्राम प्रियांंशु दिवान के नेतृत्व में गुरुग्राम के साईबर अपराध पुलिस थानों की पुलिस टीमों द्वारा 21 साईबर ठगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई। इनमें आरोपी मुकेश लखनलाल साहू निवासी अहमदाबाद (गुजरात) को पुलिस थाना साईबर अपराध पूर्व गुरुग्राम में जांच अधिकारी एसआई संदीप द्वारा काबू किया गया।
आरोपी सचिन, एन.एम. कुमार व पंकज सलूजा को एसआई विनोद द्वारा, दीपांशु निवासी मुंडका दिल्ली को एएसआई शिव कुमार द्वारा, आरोपी शशांक मुनिया, पुष्पेंद्र सिंह, अंकित वैध व कामरान अहमद को पीएसआई कमल गिरी द्वारा गिरफ्तार किया गया।
प्रकाश चंद्र, रजत, विकास उर्फ विक्की, सुनील कुमार उर्फ लक्ष्मण व दीपक उर्फ मोनू को मुख्य सिपाही पारस द्वारा, आरोपी प्रदीप कुमार निवासी गांव रावतसर जिला हनुमानगढ़ (राजस्थान) को जांच अधिकारी मुख्य सिपाही वीरेंद्र द्वारा, वीरेंद्र निवासी गांव गोवा कला जिला नागौर (राजस्थान) को जांच अधिकारी एएसआई पवन द्वारा, आरोपी सुखविंदर सिंह सारण निवासी बांसखेड़ी उधम सिंह नगर (उत्तराखंड) को जांच अधिकारी एएसआई सत्येंद्र द्वारा, अनीश निवासी केशव नगर, बाजपुर (उत्तराखंड) को जांच अधिकारी एएसआई अशोक द्वारा, दिलराज बैरवा व धीरज को जांच अधिकारी मुख्य सिपाही वीरेंद्र द्वारा, अश्विनी निवासी गांव निमिया जिला फर्रूखाबाद (उत्तर-प्रदेश) को जांच अधिकारी तैनात पीएसआई दीपक राणा द्वारा गिरफ्तार किया गया।
16 मोबाईल फोन व सात सिम कार्ड बरामद किए
गुरुग्राम पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों के कब्जा से बरामद किए 16 मोबाईल फोन व सात सिम कार्ड का इंडियन साईबर क्राईम कोर्डिनेशन सेंटर से जांच/डाटा अवलोकन कराया गया। इससे पता चला कि आरोपियों के विरूद्ध देशभर में लगभग 125 करोड़ 62 लाख रुपयों की ठगी करने के संबंध में 16788 शिकायतें और 672 केस दर्ज हैं। इन केसों में से 40 केस हरियाणा में दर्ज हैं। गुरुग्राम के थाना साईबर अपराध पूर्व में आठ केस दर्ज हैं। थाना साईबर अपराध दक्षिण में तीन केस दर्ज हैं। गुरुग्राम पुलिस द्वारा की जांच में सामने आया है कि आरोपी व्हाट्सएप के माध्यम से धमकी देकर, इन्वेस्टमेंट के नाम पर तथा लोगों को फर्जी अधिकारी बनकर धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देते थे।
(Udaipur Kiran) हरियाणा