ग्वालियर, 19 जुलाई (Udaipur Kiran) । हिन्दु पंचांग के अनुसार इस वर्ष 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा मनाई जाएगी। इस शुभ दिन पर गुरुओं की पूजा होगी और उनका आशीर्वाद भी प्राप्त होगा। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि सनातन धर्म में गुरु पूर्णिमा का खास महत्व है। गुरु ज्ञान और शिक्षा का प्रतीक माने जाते हैं। इनकी संसार में बहुत बड़ी भूमिका होती है। गुरु इस संसार को ज्ञान देने का काम करते हैं। गुरु पूर्णिमा पर अपने गुरु की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग होने के कारण यह दिन शुभ व फलदायी माना गया है। साथ ही श्रवण नक्षत्र और प्रीति योग का भी निर्माण होगा। इसके अलावा विष्कुंभ योग प्रात: से लेकर रात्रि 09 बजकर 11 मिनट तक रहेगा।
गुरु पूर्णिमा पर शुभ मुहूर्त: पंचांग के अनुसार, इस वर्ष आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि का आरंभ 20 जुलाई को शाम 05 बजकर 59 मिनट पर होगा और अगले दिन यानी 21 जुलाई को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर इसका समापन होगा। हिंदू धर्म में उद्यातिथि में व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं। इसलिए 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा मनाया जाएगा। गुरु पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के लिए सुबह 05 बजकर 16 मिनट से 07 बजकर 14 मिनट तक रहने वाला है। इसके साथ ही इस दिन गुरु की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 15 मिनट से 01 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में पूजा करना उत्तम होगा।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / शरद शर्मा / नेहा पांडे