– सरकार ने 2.58 लाख बैंक खाते अनफ्रीज किए
गांधीनगर, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । साइबर धोखाधड़ी में बैंक खातों में स्थानांतरित राशि को फ्रीज करने की नीति बनाने वाला गुजरात पूरे देश के लिए मॉडल राज्य बना है। साइबर अपराध की मध्यमवर्गीय परिवार की पीड़ा को दूर करने के लिए गुजरात पुलिस की टीम ने 20 दिनों में 2.58 लाख से अधिक बैंक खाते अनफ्रीज किए। इतनी बड़ी संख्या में बैंक खातों को अनफ्रीज करने में गुजरात देश में पहले क्रम पर है।
गुजरात विधानसभा में शुक्रवार को बैंक खातों को अनफ्रीज करने के संबंध में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि वर्ष 2024 में 85.24 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई थी, जिसमें से 66.15 करोड़ रुपये की राशि वापस कराने में पुलिस सफल रही है। अभी भी शेष राशि की वसूली के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और रिकवरी दर को 100 फीसदी तक ले जाने का लक्ष्य है।
नई नीति के अनुसार अब पूरे खाते को फ्रीज करने के बजाय केवल धोखाधड़ी से संबंधित राशि को ही फ्रीज किया जाएगा। इन खातों को अनफ्रीज करने के लिए निर्देश दिए गए थे, लेकिन एनसीसीआरपी पोर्टल पर लेयर वाइज रिपोर्ट में बैंक खाते के सामने बैंक का नाम और उस बैंक खाते में जमा विवादित राशि के साथ रिपोर्ट जनरेट नहीं हो रही थी, जिससे उन बैंक खाते को अनफ्रीज करने में देरी हो रही थी। इस कारण नीति बदलने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया और इस निर्णय से जो लोग साइबर धोखाधड़ी करने वाले ठगों की चाल में फंसकर डिजिटल भुगतान स्वीकार कर धोखाधड़ी का शिकार हुए थे या अनजाने में इस प्रकार के जाल में फंस गए थे, उन्हें राहत मिली है। नई नीति के अनुसार बैंक खाते की पूरी राशि के बजाय अब केवल धोखाधड़ी से प्राप्त की गई राशि को ही फ्रीज किया जाएगा। यानी अब पूरे खाते को फ्रीज करने के बजाय केवल धोखाधड़ी से संबंधित राशि को ही फ्रीज किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय पाश