नाहन, 15 दिसंबर (Udaipur Kiran) । कृषि विज्ञान केंद्र, सिरमौर के प्रभारी एवं पर्दा वैज्ञानिक डॉ. पंकज मित्तल ने जानकारी दी कि चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर के प्रसार शिक्षा निदेशालय ने दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में किए जाने वाले कृषि एवं पशुपालन कार्यों के बारे में मार्गदर्शिका जारी की है। इस मार्गदर्शिका का पालन करके जिला सिरमौर के किसान लाभ उठा सकते हैं।
डॉ. मित्तल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के निचले क्षेत्रों में जिन स्थानों पर नवंबर माह में गेहूँ की बुआई की गई हो और जहां खरपतवारों में 2-3 पत्तियाँ आ गई हों, वहां खरपतवार नियंत्रण के लिए विशेष रासायनिक उपचार की सलाह दी गई है।
खरपतवार नियंत्रण के लिए वेस्टा (मेटसल्फयूरॅान मिथाईल 20 डब्ल्यू पी + क्लोडिनाफॅाप प्रोपार्जिल 15 डब्ल्यू पी.) का 16 ग्राम प्रति 30 लीटर पानी में घोल बना कर छिड़काव किया जा सकता है। इसके अलावा, क्लोडिनाफॅाप की 24 ग्राम (10 डब्ल्यू.पी.) या 16 ग्राम (15 डब्ल्यू.पी.) और 2,4-डी की 50 ग्राम मात्रा 30 लीटर पानी में घोल बना कर भी छिड़काव किया जा सकता है।
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर