RAJASTHAN

गहलोत राज में बजरी माफिया को मिला था संरक्षण, अब सलाखों के पीछे पहुंचा रही है भजनलाल सरकार : मुकेश दाधीच

गहलोत राज में बजरी माफिया को मिला था संरक्षण, अब सलाखों के पीछे पहुंचा रही है भजनलाल सरकार : मुकेश दाधीच

जयपुर, 29 मई (Udaipur Kiran) । भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने पूर्व मुख्यमंत्री अशाेक गहलोत की बयानबाजी को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि राजस्थान की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में बजरी माफियाओं का आतंक किसी से छुपा नहीं है। गहलोत के कार्यकाल में पुलिसकर्मियों से मारपीट, डंपरों से कुचलने जैसी घटनाएं आम हो गई थीं। बजरी की काला बाजारी चरम पर थी। उस वक्त बजरी के दाम आसमान छू रहे थे, जिससे आम जनता और निर्माण कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहे थे। अब हालात बदल चुके हैं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में भाजपा सरकार इन बजरी माफियाओं पर प्रभावी कार्रवाई को लगातार अंजाम दे रही है। भजनलाल सरकार के आने के बाद बजरी सस्ती हुई है और इसकी उपलब्धता सुधरी है। इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने अवैध खनन पर रोक लगाने और पर्यावरण हित में काम करते हुए नई एम-सेंड नीति लागू की है, जिससे रेत के वैकल्पिक साधन को बढ़ावा मिल रहा है।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने बताया कि कांग्रेस सरकार की तुलना में भाजपा सरकार ने बजरी माफियाओं के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की है। गहलोत के कार्यकाल में वर्ष 2023 में जहां बजरी अवैध खनन के कुल 1846 ही प्रकरण दर्ज हुए, जबकि भाजपा की भजनलाल सरकार ने 2024 में 2514 मुकदमे दर्ज किए। वर्ष 2023 में जहां 2360 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, वहीं भाजपा सरकार ने 3583 लोगों को बजरी अवैध खनन मामले में सलाखों तक पहुंचाया। वर्ष 2023 में जहां 24456 टन अवैध बजरी जब्त की गई, वहीं हमारी सरकार ने प्रभावी कार्रवाई करते हुए 1 वर्ष में 94952 टन अवैध बजरी जब्त की। कांग्रेस सरकार ने अवैध बजरी परिवहन करने वाले 2225 वाहन जब्त किए, हमारी सरकार ने 3293 वाहन जब्त किए। इसी तरह कांग्रेस सरकार ने जहां 1 वर्ष में 67 लाख 5 हजार 630 रूपए जुर्माना वसूला था जबकि हमारी सरकार ने केवल 1 वर्ष में 4 करोड़ 73 लाख 93 हजार 686 रूपए का जुर्माना वसूला। ऐसे में गहलोत को तथ्यों का अध्ययन करने के बाद बयानबाजी करना चाहिए, सिर्फ मीडिया में सुर्खियां बटौरने के लिए अनर्गल बयानबाजी करने से बचना चाहिए।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने कहा कि गहलोत भूल गए की उनके कार्यकाल में राजधानी की एक कॉलोनी में एक बुजुर्ग को बजरी माफियाओं ने कुचलकर मार दिया था। उस बुजुर्ग का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने डंपरों को कॉलोनी में घुसने से रोका था। स्वयं गहलोत के गृह जिले में पुलिस अधिकारियों को बजरी माफिया कुचल रहे थे। भजनलाल शर्मा सरकार ने अब तक कई बजरी माफियाओं को सलाखों के पीछे पहुंचाया है और अवैध खनन में लिप्त लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। भाजपा सरकार का साफ संदेश है — बजरी के अवैध खनन को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

—————

(Udaipur Kiran)

Most Popular

To Top