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जगतगुरु आचार्यश्री स्वामी रामदयाल का शाहपुरा में भव्य स्वागत धूप में भी निभाई संप्रदाय की परंपरा, फर्श पर किया दंडवत

जगतगुरु आचार्यश्री स्वामी रामदयाल का शाहपुरा में भव्य स्वागत धूप में भी निभाई संप्रदाय की परंपरा, फर्श पर किया दंडवत 2
जगतगुरु आचार्यश्री स्वामी रामदयाल का शाहपुरा में भव्य स्वागत धूप में भी निभाई संप्रदाय की परंपरा, फर्श पर किया दंडवत1
जगतगुरु आचार्यश्री स्वामी रामदयाल का शाहपुरा में भव्य स्वागत धूप में भी निभाई संप्रदाय की परंपरा, फर्श पर किया दंडवत

शाहपुरा, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश्वर जगतगुरु आचार्यश्री स्वामी रामदयाल का रविवार को शाहपुरा में भव्य स्वागत हुआ। आचार्यश्री का नगर प्रवेश कलिंजरी गेट से हुआ जहां पर भक्तों ने उनकी आरती वंदना की और फूलों की वर्षा की।

आचार्यश्री की शाही पधरावणी कलिंजरी गेट से शुरू होकर रामनिवास धाम तक हुई। इस दौरान रास्ते में जगह-जगह भक्तों ने आरती वंदना कर उनका स्वागत किया। आचार्यश्री का स्वागत समारोह शाहपुरा के बाजार में हुआ, जहां गुलाबी पताकाएं लहरा रही थीं और बाजार को विशेष रूप से सजाया गया था। नया बाजार के पास आचार्यश्री ने लालूराम जागेटिया के नवनिर्मित व्यापारिक प्रतिष्ठान का उद्घाटन राम नाम लिखकर किया।

तेज गर्मी के बावजूद आचार्यश्री ने संप्रदाय की परंपरा निभाते हुए खुले फर्श पर कनक दंडवत कर रामनिवास धाम में प्रवेश किया। रामस्नेही संतों ने मुख्य द्वार पर उनकी अगवानी की। आचार्यश्री का यह 31वां चातुर्मास है और इस वर्ष का चातुर्मास शाहपुरा में ही होगा।

आचार्यश्री का शाही लवाजमे के साथ कलिंजरी गेट से शुरू हुआ नगर प्रवेश रामनिवास धाम तक पहुंचा। शोभायात्रा में भक्तगण बड़ी संख्या में शामिल हुए और उन्होंने अपने आराध्य के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की। रामनिवास धाम पहुंचने पर संत नवनीत राम महाराज ने आचार्यश्री की अगवानी की।

आचार्यश्री स्वामी रामदयाल के चातुर्मास का शाहपुरा में होना यहां के लिए सामाजिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इससे न केवल धार्मिक माहौल को बल मिलेगा बल्कि सामाजिक एकता और समरसता को भी प्रोत्साहन मिलेगा। चार्तुमास के दौरान होने वाले कार्यक्रमों और प्रवचनों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन और आध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ावा मिलेगा।

शाहपुरा के रामस्नेही संप्रदाय के अनुयायियों ने चार्तुमास के कार्यक्रमों के लिए विशेष तैयारियां की हैं। रामनिवास धाम को विशेष रूप से सजाया गया है और भक्तों के लिए आवास और भोजन की व्यवस्था की गई है। आचार्यश्री के नगर प्रवेश और पधरावणी के दौरान शाहपुरा के मुख्य बाजारों में भी विशेष सजावट की गई है।

चार्तुमास के दौरान होंगे विशेष कार्यक्रम-

चार्तुमास के दौरान रामनिवास धाम में विभिन्न कार्यक्रम और प्रवचन आयोजित किए जाएंगे। 14 अक्टूबर तक शाहपुरा रामद्वारा में प्रतिदिन प्रातः 5 से 6 बजे रामधुनी, प्रातः 9 से 10 बजे वाणीजी पाठ और बाद में सत्संग प्रवचन होंगे। संध्या आरती सूर्यास्त के समय विशेष कार्यक्रम प्रतिदिन होंगे। इसके अलावा गुरु पूर्णिमा महापर्व, श्री महाराज दीक्षा पर्व, आचार्यश्री का अवतरण दिवस, चातुर्मास समापन पूर्व रस्म और विधिवत चातुर्मास समापन जैसे विशिष्ट कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।

समर्पण और श्रद्धा की मिसाल

आचार्यश्री स्वामी रामदयाल का शाहपुरा में स्वागत उनके प्रति समर्पण और श्रद्धा की मिसाल है। शाहपुरा के लोगों ने उन्हें विशेष आदर और सम्मान के साथ नगर प्रवेश कराया। शाहपुरा के बाजारों में सजावट और गुलाबी पताकाओं की लहराती छटा ने इस समारोह को और भी भव्य बना दिया।

भक्तों में उत्साह और उल्लास

आचार्यश्री के आगमन से शाहपुरा के भक्तों में उत्साह और उल्लास का माहौल है। रामस्नेही संप्रदाय के अनुयायियों ने इस अवसर को अपने जीवन का महत्वपूर्ण क्षण माना और अपने आराध्य के प्रति अपनी भक्ति प्रकट की। आचार्यश्री के प्रवचनों और कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए दूर-दूर से भक्तजन शाहपुरा पहुंच रहे हैं।

आने वाले दिनों में प्रवचन और कार्यक्रम

आचार्यश्री स्वामी रामदयाल के चातुर्मास के दौरान विभिन्न प्रवचन और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। गुरु पूर्णिमा महापर्व, श्री महाराज दीक्षा पर्व, आचार्यश्री का अवतरण दिवस और चातुर्मास समापन जैसे विशिष्ट कार्यक्रमों का आयोजन भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होगा।

(Udaipur Kiran) / मूलचंद पेसवानी

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