जयपुर, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । शिष्य कच्ची मिट्टी की तरह होता है,वो गुरु ही होता है जो अपने ज्ञान से उस मिट्टी को एक सही रूप देता है और शिष्य के जीवन को संवारता है। गुरुवार को शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का सम्मान करने के लिए हरे कृष्णा मूवमेंट जयपुर ने ‘टीचर्स फेस्ट-2024 का आयोजन किया। जिसमें जयपुर के कई स्कूल, यूनिवर्सिटी, कॉलेज के प्रिंसिपल्स, टीचर्स और फैकल्टी ने भाग किया। टीचर्स फेस्ट का उद्देश्य था शिक्षकों को अपनी संस्कृति और संस्कारों के बारे में जागरूक करना जिससे वो हमारी नई पीढ़ी को हमारे संस्कारों और आध्यात्मिक गतिविधियों के बारे में अवगत करवाएं ताकि वो अपनी जड़ों से जुड़ सकें।
हरे कृष्ण मूवमेंट के टीचर्स फेस्ट-2024 में कई विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर-चान्सलर, वाईस-चान्सलर उपस्थित थे। जिन्होंने वहाँ पर आये टीचर्स को यह बताया की हमारी संस्कृति के मूल्य आज भी उतने ही ज़रूरी हैं। जितने की पहले हुआ करते थे और उन्हीने सभी अद्ध्यापकों से यह आह्वान किया कि किताबी ज्ञान के साथ बच्चों को हमारे मूल्यों और संस्कारों की भी समझ दें जिसे बच्चों की आध्यात्मिक और मानसिक नीव मज़बूत होद्य मंदिर के उपाध्यक्ष अनंत शेष दास ने सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। जिनमे जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एच एन वर्मा, प्रोफेसर आर एल रैना, एस के आई टी से डॉ रमेश कुमार पचार, एस एल सुराना, जयपाल मील, पूर्णिमा यूनिवर्सिटी से डॉ. एस. सी.पाधे, जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी से प्रोफेसर विक्टर गंभीर और ज्ञानम फाउंडेशन से दीपक गोस्वामी उपस्थित थे। सभी ने वहां उपस्थित अध्यापकों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
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(Udaipur Kiran)