अमेठी 29 जुलाई (Udaipur Kiran) । जनपद मुख्यालय गौरीगंज तहसील के ब्लॉक जामों अंतर्गत ग्राम पंचायत कटारी की महिला ग्राम प्रधान पर विकास कार्यों को लेकर लगे आरोप के बाद 13 माह पूर्व तत्कालीन जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए थे। तब से लेकर आज तक यह ग्राम पंचायत बगैर ग्राम प्रधान के ही चल रही है। जबकि अधिकतम छह माह के भीतर ग्राम प्रधान के ऊपर लगे आरोपों की जांच कर बहाल कर देना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
ग्राम पंचायत कटारी एक बड़ी ग्राम सभा है। 13 माह पूर्व तत्कालीन जिलाधिकारी ने आरोप के मामले में ग्राम प्रधान के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार सीज करते हुए त्रिस्तरीय समिति गठित कर दी थी। यह समिति ग्राम सभा के चुने हुए सदस्यों को उपेक्षित करते हुए मनमाने तरीके से पिछले 13 महीने से कार्य कर रही है। वर्तमान में कार्य करने वाली त्रिस्तरीय समिति के द्वारा ना तो ग्राम सभा में खुली बैठक की जाती है और ना ही कभी विकास कार्यों के विषय में किसी को जानकारी प्रदान की जाती है। जिसके कारण गांव के लोग आक्रोशित हैं। ग्राम प्रधान के न होने से ग्रामीणों को निवास प्रमाण पत्र जैसी छोटी-छोटी चीजों के लिए परेशान होना पड़ता है। इस संबंध में ग्राम पंचायत के सदस्यों के द्वारा कई बार अधिकारियों से मिलकर गुहार लगाई गई, लेकिन अधिकारी इस मामले में न जाने क्यों एक कदम भी आगे नहीं बढ़ना चाहते हैं।
ऐसे में ग्राम सभा के सदस्यों का एक प्रतिनिधि मंडल आज जनपद मुख्यालय गौरीगंज स्थित कलेक्ट्रेट पहुंचा। उन्होंने जिलाधिकारी को संबोधित पत्र देते हुए तत्काल प्रभाव से जांच प्रक्रिया पूरी कर आरोपी महिला ग्राम प्रधान की बहाली अथवा बर्खास्तगी का आदेश जारी करने का निवेदन किया। यदि ग्राम प्रधान की बहाली होती है तो ठीक है अन्यथा की स्थिति में उपचुनाव कर दिया जाए जिससे गांव को ग्राम प्रधान मिल सके और उसका विकास हो सके। साथ ही ग्रामीणों को आवश्यक कार्यों के लिए अनावश्यक रूप से इधर-उधर भटकना न पड़े।
(Udaipur Kiran) / Lokesh Kumar / शरद चंद्र बाजपेयी / मोहित वर्मा