

गुवाहाटी, 8 मई (Udaipur Kiran) । विश्व रेड क्रॉस दिवस के अवसर पर असम राज्य रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष और राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने आज गुवाहाटी स्थित सोसाइटी परिसर में जीन हेनरी ड्युनां, डॉ. पॉल चंद्र दुवरा और रेणुका देवी बरकटकी की स्मृति में तीन प्रतिमाओं का अनावरण किया।
इस अवसर पर राज्यपाल आचार्य ने कहा कि इन महान विभूतियों की प्रतिमाओं का अनावरण करना मानवीय सेवा और निःस्वार्थ समर्पण के प्रतीकों को नमन करने जैसा है। उन्होंने कहा, “इन प्रतिमाओं का अनावरण उन आत्माओं को श्रद्धांजलि है, जिन्होंने मानवता की सेवा को नया अर्थ दिया।”
राज्यपाल ने तीनों महापुरुषों की अमर विरासत को रेखांकित करते हुए कहा कि उनका योगदान समय की सीमाओं से परे है और आज भी रेड क्रॉस के स्वयंसेवकों को प्रेरित करता है। उन्होंने रेड क्रॉस को केवल एक संस्था नहीं, बल्कि करुणा और साहस की जीवंत मिसाल बताया।
राज्यपाल ने असम राज्य शाखा की निःस्वार्थ सेवाओं और जनकल्याण के प्रति उसकी प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा, “मानवता केवल एक विचार नहीं, बल्कि एक भावना है। जब कोई दूसरे के दुख को देखकर करुणा से प्रेरित होकर सेवा करता है, वही सच्ची मानवता है।”
उन्होंने गौतम बुद्ध, भगवान महावीर और स्वामी विवेकानंद जैसे महान आध्यात्मिक नेताओं का हवाला देते हुए कहा कि भारत की परंपरा में सेवा और करुणा हमेशा से महत्वपूर्ण रही है।
यह उल्लेखनीय है कि जीन हेनरी ड्युनां रेड क्रॉस आंदोलन के संस्थापक थे, जिन्होंने करुणा के माध्यम से लोगों को मानवता की सेवा के लिए प्रेरित किया। डॉ. पॉल चंद्र दुवरा ने गुवाहाटी रेड क्रॉस अस्पताल की स्थापना कर मानव सेवा को जीवन समर्पित किया। रेणुका देवी बरकटकी ने असम राज्य शाखा को वर्तमान स्थिति तक पहुंचाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस अवसर पर असम राज्य शाखा के अध्यक्ष एके अबसर हज़ारिका, पूर्व उपाध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री अजय दत्ता सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
