गुवाहाटी, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने आज शहर के खानापाड़ा पशु चिकित्सालय खेल मैदान में श्रीश्री रुद्र महायज्ञ और कामेश्वरी महाआराधना में भाग लिया और राज्य के लोगों के कल्याण के लिए प्रार्थना की।
उल्लेखनीय है कि महायज्ञ का आयोजन विश्व शांति के लिए एक गंभीर प्रार्थना सभा के रूप में किया गया था। जगत गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद महाराज इस दौरान उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल आचार्य ने कहा कि यह महायज्ञ लोक कल्याण और सभी मानव जाति की शांति के लिए किया जा रहा है। यह और भी अधिक प्रसन्नता की बात है कि स्वामी जी की दिव्य उपस्थिति में निःस्वार्थ भाव से ऐसा भव्य वैदिक अनुष्ठान किया जा रहा है, जो अपने आप में एक सकारात्मक ऊर्जा का सृजन करता है।”
असम की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत पर बोलते हुए राज्यपाल ने महान वैष्णव विद्वान श्रीमंत शंकरदेव को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और अपने संबोधन में गुरु के गहन प्रभाव की सराहना की।
उन्होंने कहा कि असम एक ऐसी भूमि है जो श्रीमंत शंकरदेव के ज्ञान से अत्यंत धन्य है। गुरु का प्रभाव राज्य के सामाजिक-सांस्कृतिक और आध्यात्मिक ताने-बाने में गहराई से समाया हुआ है। राज्यपाल ने कहा कि उनके आदर्शों का उद्देश्य हमेशा असम के लोगों के बीच शांति को बढ़ावा देना और सकारात्मकता फैलाना रहा है।
राज्यपाल आचार्य ने कहा कि यज्ञ द्वारा निर्मित सकारात्मक वातावरण पूरे राज्य में ऊर्जा और आशावाद की नई भावना को भरने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। राज्यपाल ने पवित्र यज्ञ में शंकराचार्य की उपस्थिति के लिए अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि शंकराचार्य की भागीदारी से यह आयोजन पवित्र हो गया।
राज्य और देश के विभिन्न हिस्सों से आए भक्तों ने भी महायज्ञ में भाग लिया।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश