शिमला, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) । राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने रविवार को शिमला के नारकण्डा से करीब सात किलोमीटर दूर हाटू मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की। इस माैके पर उनकी पत्नी जानकी शुक्ला भी उनके साथ थीं। राज्यपाल का हाटू मंदिर का यह पहला दौरा था। यहां के प्राकृतिक नजारे से यह बहुत प्रभावित हुए।
राज्यपाल के हाटू मंदिर पहुंचने पर हाटू मंदिर कमेटी के प्रधान भुपिंन्दर सिंह कंवर, भंडारी हेत राम और सचिव ज्ञान चंद डोगरा ने उनका स्वागत किया। भुपिंन्दर सिंह ने राज्यपाल को मंदिर के इतिहास और स्थानीय मान्यताओं से अवगत करवाया। राज्यपाल ने धार्मिक स्थल हाटू को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने तथा इस स्थान पर और सुविधाएं विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
बाद में, राज्यपाल ने नारकण्डा में पौधारोपण अभियान में भी भाग लिया। राज्यपाल और लेडी गवर्नर ने सर्किट हाउस नारकण्डा के समीप पौधारोपण किया। जिला प्रशासन और विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने भी इस अवसर पर पोधा रोपण किया। इस माैके पर अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और हरित आवरण को बढ़ाने के लिए पौधारोपण समय की आवश्कता है। उन्होंने कहा कि देवभूमि की पहचान यहां के वनों से भी है, जिनका संरक्षण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मौसम में आ रहे परिवर्तन का एक प्रमुख कारण वनों का कटान भी है। पौधे लगाकर हम इस कमी को पूरा कर सकते हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा सक्सेना