गुवाहाटी, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । केंद्र और राज्य सरकारों के दृष्टिकोण के अनुरूप राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने आज राजभवन में आयोजित एक समारोह में राज्य के सभी वर्गों के समग्र विकास के उद्देश्य से पांच प्रमुख पहलों का शुभारंभ किया। आचार्य ने असम की प्रतिभा प्रोत्साहन योजना, राज्यपाल असम के विश्वकर्मा सम्मान, राज्यपाल असम के उत्कृष्टता पुरस्कार, राज्यपाल असम की भाषा प्रोत्साहन योजना और राज्यपाल असम की वरिष्ठ शिक्षक सम्मान योजना का उद्घाटन किया।
लोगों के लिए योजनाओं का शुभारंभ करते हुए राज्यपाल आचार्य ने कहा, हमारे राज्य में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन कई प्रतिभाशाली व्यक्ति विभिन्न बाधाओं के कारण आगे बढ़ने में असमर्थ हैं। हमें उन्हें आगे बढ़ने में मदद करनी चाहिए। इसी उद्देश्य से हमने इन पांच पहलों की शुरुआत की है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ये योजनाएं लक्षित लोगों को प्रोत्साहित करेंगी और एक विकसित राज्य और एक विकसित राष्ट्र के निर्माण में योगदान देंगी।
राज्यपाल ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के साथ-साथ विश्वकर्मा पूजा के पावन अवसर पर इन योजनाओं का शुभारंभ करना वास्तव में बहुत खुशी की बात है, जो राज्य की मानवीय प्रतिभाओं को उचित प्रदर्शन और पहचान देने के लिए आवश्यक घटकों से युक्त हैं। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री देश को असमानता, दरिद्रता आदि जैसी बुराइयों से मुक्त कर विकसित और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऐसे दृढ़ संकल्प के साथ, वे देश का मार्गदर्शन और नेतृत्व कर रहे हैं, अपने विजन से राष्ट्र को प्रेरित कर रहे हैं।
विकसित भारत बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प का उल्लेख करते हुए आचार्य ने राज्य के युवाओं से 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सामूहिक संकल्प की पोषण करने का आह्वान किया। उन्होंने आगे कहा कि लोगों का पेशा चाहे जो भी हो, सभी को एक विकसित राष्ट्र के लिए समर्पित रूप से काम करना चाहिए जो आत्मनिर्भर हो।
इस अवसर पर गौहाटी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ननी गोपाल महंत, एम्स के निदेशक डॉ. अशोक पुराणिक, आयुक्त और राज्यपाल के सचिव एसएस मीनाक्षी सुंदरम् सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति लॉन्चिंग समारोह में उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश