Assam

राज्यपाल ने प्रजापिता ब्रह्मकुमारी के ध्यान कक्ष ‘पिरामिड’ का किया लोकार्पण

Governor dedicating  meditation hall 'Pyramid' of Prajapita Bhamakumaris.
Governor dedicating  meditation hall 'Pyramid' of Prajapita Bhamakumaris.

गुवाहाटी, 02 मार्च (Udaipur Kiran) । क्षेत्र में आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने रविवार को उत्तर गुवाहाटी के फुलुंग में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी के ‘पिरामिड’ नामक ध्यान कक्ष का उद्घाटन किया।

प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा आयोजित आध्यात्मिक कार्यक्रम में बोलते हुए, राज्यपाल आचार्य ने ब्रह्मकुमारी की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह संस्था आध्यात्मिक जागृति से आगे बढ़कर नैतिक मूल्यों को बढ़ाने, सामाजिक सेवा को बढ़ावा देने, वैज्ञानिक शिक्षा को बढ़ावा देने और समाज की बेहतरी के लिए जागरूकता बढ़ाने का काम करती है। उन्होंने ब्रह्मकुमारी के सदस्यों द्वारा प्रदर्शित निस्वार्थ सेवा, समर्पण और भक्ति के लिए अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त की और कहा, मैं इस संस्था के सभी समर्पित सदस्यों को नमन् करता हूं जो मानवता के कल्याण के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।

राज्यपाल आचार्य ने ध्यान के महत्व पर भी बात की और कहा कि इसका मतलब भौतिक दुनिया से खुद को अलग करना नहीं है, बल्कि खुद से गहरा संबंध बनाना है। उन्होंने कहा, योग और ध्यान दो ऐसे स्तंभ हैं जो मानव जीवन में संतुलन लाते हैं। ध्यान के बिना योग अधूरा है। उन्होंने सभी को आंतरिक शांति और आत्म-जागरूकता के लिए इन अभ्यासों को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया।

भारत की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत पर विचार करते हुए, आचार्य ने कहा कि देश सहस्राब्दियों से आध्यात्मिक जागृति का प्रतीक रहा है। उन्होंने कहा, भारत की आध्यात्मिक परंपरा ने दुनिया के लिए योग, ध्यान, वेदांत और भक्ति का मार्ग प्रशस्त किया है।

आध्यात्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों में वैश्विक नेता के रूप में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण का हवाला देते हुए, आचार्य ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, भारत की सनातन संस्कृति, जो सत्य, करुणा और सार्वभौमिक भाईचारे में निहित है, पूरे विश्व को प्रबुद्ध कर रही है। राज्यपाल ने राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी शीला बहन को भी अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनकी असम, विशेषकर पूर्वोत्तर में आजीवन आध्यात्मिक सेवा ने कई लोगों के जीवन को प्रभावित किया है।

इस अवसर पर गुवाहाटी सब-जोन की प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी रुक्मणी बहन, यूथ विंग, गुजरात की जोनल समन्वयक राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी जोनाली बहन, ब्रह्मकुमारी, न्यू गुवाहाटी सेंटर की प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी जागृति बहन, राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी मून बहन सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश

Most Popular

To Top