– छात्रों से बातचीत की और उनसे अपनी बौद्धिक प्रतिभा और कौशल का उपयोग करने को कहा
– राज्यपाल ने पीएमएवाई-जी लाभार्थी के घर जाकर परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताया
– गेरेकी पोहरिया पाइप जलापूर्ति योजना के कामकाज का लिया जायजा लिया
गुवाहाटी, 9 नवंबर (Udaipur Kiran) माजुली जिले के अपने दो दिवसीय दौरे के अंतिम चरण में राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने आज गेरेकी गांव में केशव राम बोरा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का दौरा किया और स्कूल के छात्रों से बातचीत की। उन्होंने छात्रों और संकाय सदस्यों के लाभ के लिए स्कूल में उपलब्ध कराई गई आवश्यक सुविधाओं जैसे कि पानी की आपूर्ति और शौचालय का जायजा लिया।
छात्रों के साथ समय बिताते हुए राज्यपाल ने छात्रों को प्रदान की जा रही शैक्षणिक सुविधाओं के अलावा शिक्षकों की स्थिति, शिक्षक-छात्र अनुपात और छात्रों को दी जा रही पाठ्येतर गतिविधियों पर भी ध्यान दिया। आचार्य ने छात्रों से कहा कि वे अपने जीवन के हर मिनट का उपयोग उत्पादक कार्यों में करें।
राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक छात्र असाधारण प्रतिभा और चमक से संपन्न है। उन्हें अपनी प्रतिभा को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए अथक प्रयास करना चाहिए। उन्होंने छात्रों से स्कूल में अपने समय का आनंद लेने और नई कलाओं को सीखने का प्रयास करने के लिए भी कहा, जो उन्हें महान बनने में मदद करेगी। राज्यपाल ने शिक्षकों से छात्रों को उनकी प्रतिभा को बाहर लाने और सफलता की नई ऊंचाइयों को छूने में मदद करने के लिए भी कहा। राज्यपाल ने भूरामोरा गांव में पीएमएवाई-जी लाभार्थी के घर का भी दौरा किया। राज्यपाल ने लाभार्थी से बातचीत की और उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में बताया, जिनका लाभार्थी लाभ उठा सकते हैं। परिवार के सदस्यों ने बताया कि वे जल जीवन मिशन के तहत पानी की आपूर्ति का लाभ उठा रहे हैं, साथ ही सरकार द्वारा बिजली और शौचालय की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। इसके अलावा, लाभार्थी ने राज्यपाल को यह भी बताया कि उन्हें सरकार से शिल्पी पेंशन मिलती है। उन्होंने जिला आयुक्त से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि जिले के लाभार्थी अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में बदलने के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें।
राज्यपाल ने गेरेकी गांव में गेरेकी पोहरिया पाइप जलापूर्ति सुविधा का भी दौरा किया। उन्होंने जलापूर्ति योजना की क्षमता और लोगों की जरूरतों को पूरा करने में इसकी पहुंच पर ध्यान दिया। उन्होंने शिकायत निवारण प्रणाली, जिसमें शिकायत पंजीकरण और शिकायत पेटी की उपलब्धता शामिल है, की जांच की और सुझाव दिया कि प्रशासन को आवश्यक सेवाओं को बढ़ाकर लोगों की मांगों को पूरा करने के लिए हमेशा संवेदनशील होना चाहिए। राज्यपाल ने गेरेकी गांव नामघर का भी दौरा किया, जहां उन्होंने नाम कीर्तन सुनने और भक्तों से बात करने में अपना समय बिताया।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश