-गुरु नानक देव की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाएं: राज्यपाल
-गुरु नानक देव का उपदेश समाज में भाईचारा, सद्भाव और एकता को बढ़ावा देने का प्रेरणा देते हैं: मुख्यमंत्री
देहरादून, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनकी शिक्षाएं आज भी हमें समाज में समरसता और एकता बनाए रखने का मार्ग दिखाती हैं।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने अपने जारी संदेश में कहा कि यह पावन प्रकाश पर्व हमें गुरु नानक देव की शिक्षाओं का स्मरण कर उनके दिखाए मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। गुरु नानक देव ने ‘इक ओंकार सत नाम’ के मंत्र के माध्यम से समस्त मानवता के लिए एकता, भाईचारे, और सेवा का संदेश दिया।
राज्यपाल ने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि इस पवित्र पर्व पर हम सभी गुरु नानक देव की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाएं और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लें, जिससे समाज में प्रेम और सद्भावना का वातावरण बने। गुरु नानक देव के आदर्शों पर चलने से हमें जीवन के मूल तत्वों को समझने और आत्मिक शांति प्राप्त करने में सहायता मिलती है। गुरु नानक देव का संदेश न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि मानवता के कल्याण और वैश्विक भाईचारे की स्थापना का भी आधार है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जारी अपने संदेश में कहा कि सिख धर्म के प्रथम गुरु गुरुनानक देव ने हमें सच्चाई, न्याय और मानवता की राह पर चलने की प्रेरणा दी है। उन्होंने कहा कि गुरुनानक ने समाज की बुराईयों को दूर करने के लिए अपने उपदेशों और शिक्षा के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। गुरुनानक के उपदेश हमें समाज में भाईचारा, सद्भाव और एकता को बढ़ावा देने की भी प्रेरणा देते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु नानक देव ने समाज में ऊंच-नीच, भेदभाव, वैमनस्यता को दूर करने के लिए अथक प्रयास किए। उनकी शिक्षा आज भी प्रासंगिक है और समाज का मार्गदर्शन कर रही है। उनके उपदेशों में मानव कल्याण की कामना की गई है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि हमें इस पावन अवसर पर गुरुनानक देव के संदेशों को आत्मसात कर मानव कल्याण तथा देश-प्रदेश की उन्नति में भागीदारी निभाने का संकल्प लेना होगा।
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार