भोपाल, 4 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के वन क्षेत्र में गत दिनों हुई 10 हाथियों की मौत के बाद विंध्य क्षेत्र में चुनौती बन रहे हाथियों के मुद्दे पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारें मिलकर समाधान निकालेंगी। आज शाम छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर रायपुर में होने वाले राज्योत्सव में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से हाथियों के मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
यह जानकारी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मोहन यादव ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए दी। उन्होंने कहा कि मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के समक्ष एक विषय और रखूंगा। मध्य प्रदेश में हाथी से संबंधित जो आकस्मिक घटनाएं हो रही हैं, उन पर भविष्य में दोनों राज्य मिलकर समन्वय करें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री साय के सामने भी यह विषय लाऊंगा कि छत्तीसगढ़ से जब ये हाथी हमारे यहां आते हैं, तो दोनों सरकारें मिलकर फॉरेस्ट का ऐसा तालमेल बनाएं कि ऐसे बडे़ जानवरों के बडे़ दल आने के कारण से आकस्मिक रूप से जो दूसरी स्थिति बनती है। उससे बचने के लिए हम एक-दूसरे के संपर्क में रहें। मेरी ओर से इस उत्सव के आनंद और भविष्य में होने वाली कठिन चुनौतियों को लेकर हम मिलकर बात करेंगे।
उन्होंने कहा कि मप्र से एक हिस्सा निकल कर छत्तीसगढ़ अलग हुआ है। इस राज्य गठन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की महत्वपूर्ण भूमिका है। बीच में छत्तीसगढ़ थोड़ा सा समय काफी पिछड़ गया था। मुझे संतोष है कि हमारे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनका मंत्रिमंडल छत्तीसगढ़ को विकास के नए मुकाम तक पहुंचा रहे हैं। आज राज्य उत्सव का आयोजन किया है उसमें मुझे मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया है। मप्र का छत्तीसगढ़ का गहरा रिश्ता है। विकास और कई कारणों से हमारे आपस के संबंध हैं। विकास के मामले में हम नए संकल्प लेंगे ताकि मप्र छत्तीसगढ़ मिलकर आगे बढ़ें।
(Udaipur Kiran) तोमर