
मंडी, 03 जून (Udaipur Kiran) । नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार प्रदेश के किडनी पीड़ित मरीजों के साथ भी खिलवाड़ कर रही है। प्रदेश भर में किडनी के मरीजों का डायलिसिस कर रहे अस्पतालों को बार-बार गुहार लगाने के बाद भी पैसा नहीं जारी किया जा रहा है। प्रदेश भर के 80 डायलिसिस सेंटर का 25 करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया है। अस्पताल चलाने वाले लोग कई बार जवाबदेह लोगों से मिलकर पेमेंट करने की गुहार लगा चुके हैं। सरकार द्वारा उन्हें बार-बार कोई ना कोई तारीख भी दी गई है। इसके बाद भी उनका भुगतान नहीं हो पाया है।
जय राम ठाकुर ने मंगलवार काे एक बयान में कहा कि सरकार द्वारा भुगतान के लिए पहले 15 मई की तारीख भी दी गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सरकार के इस रवैए के कारण डायलिसिस सेंटर चला रहे अस्पताल भी परेशान हैं और उन्होंने बार-बार सरकार को आगाह भी किया है कि अगर उनका भुगतान नहीं हुआ तो उन्हें डायलिसिस सेंटर बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। ऐसी परिस्थिति में किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीज के लिए क्या विकल्प बचेंगे? वे लोग अपनी डायलिसिस कैसे करवाएंगे? सरकार इस तरीके से प्रदेश के लोगों को भगवान के भरोसे नहीं छोड़ सकती है।
नेता विपक्ष ने कहा कि प्रदेश में पहले भी भुगतान के अभाव में डायलिसिस होना बंद हो चुका है। इसलिए मुख्यमंत्री मरीजों पर रहम करें और डायलिसिस समेत इलाज से संबंधित सभी बकाया धनराशि का भी अतिशीघ्र भुगतान करें। सरकार द्वारा अभी भी हिम केयर और आयुष्मान की लगभग 400 करोड़ रुपए की देनदारी है। जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा इंपैनल की गई कम्पनियां भी बकाया भुगतान के लिए भटक रही हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को पिछले एक हफ्ते के भीतर चार स्वास्थ्य संस्थान सौंपे हैं। पिछले हफ्ते ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने प्रदेश में सुजानपुर, बड़सर और शिमला के सुन्नी तीन क्रिटिकल केयर यूनिट स्थापित किए जाने की स्वीकृति दी है।
(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
