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हिसार, 11 दिसंबर (Udaipur Kiran) । अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस के अवसर पर देश की प्रसिद्ध पर्वतारोही हिसार निवासी मीनू कालीरामन ने पर्वतारोहण के महत्व और इसके जरिए युवाओं को प्रेरित करने पर जोर दिया है। मीनू कालीरामन, जिन्होंने एक ही अभियान में माउंट एवरेस्ट और माउंट लहोत्से का सफलतापूर्वक आरोहण किया, ने अब तक विश्व की अन्य शीर्ष 4 एवरेस्ट चोटियों को भी फतह कर देश का मान बढ़ाया है।मीनू ने बुधवार को युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि पर्वत हमें सिखाते हैं कि कठिनाइयों से डरने के बजाय उनका सामना करना चाहिए। ऊंचाई केवल शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक रूप से भी हासिल की जा सकती है। युवा अपनी सीमाओं से बाहर निकलें और सपनों को सच करने के लिए निरंतर प्रयास करें। मीनू कालीरामन ने सरकार से अपील की कि पर्वतारोहण जैसे साहसिक खेलों में रुचि रखने वाले युवाओं को बेहतर संसाधन और सहयोग उपलब्ध करवाए जाएं। उन्होंने कहा कि एवरेस्ट जैसे अभियानों के लिए आर्थिक मदद और सही प्रशिक्षण बेहद जरूरी है। सरकार को ऐसी योजनाओं और संस्थानों को बढ़ावा देना चाहिए जो साहसी युवाओं को इन अभियानों के लिए तैयार करें। उन्होंने युवाओं से कहा कि कि कठिन लक्ष्य भी कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय से हासिल किए जा सकते हैं। पर्वतारोहण से न केवल शारीरिक और मानसिक मजबूती मिलती है, बल्कि यह हमारे भीतर प्रकृति के प्रति सम्मान और आत्म-विश्वास को भी बढ़ाता है। अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस के इस अवसर पर मीनू कालीरामन ने देशवासियों से आग्रह किया कि वे पर्यावरण संरक्षण और पर्वतीय क्षेत्रों के विकास में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि पर्वत हमारी धरोहर हैं। इन्हें सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
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