नई दिल्ली, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । कानून के उल्लंघन के कारण प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान दृष्टि आईएएस के बेसमेंट को सील किए जाने के एक दिन बाद मंगलवार को इसके मालिक विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि राजिंदर नगर की घटना को लेकर विद्यार्थियों का रोष पूरी तरह न्यायसंगत है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि कोचिंग संस्थाओं के लिए निश्चित दिशा-निर्देश लागू किये जाएं।
संस्थान के प्रमुख विकास दिव्यकीर्ति ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि हमें खेद है कि हमने अपना पक्ष रखने में देरी की। उन्होंने कहा कि शनिवार की दुर्भाग्यपूर्ण घटना, जिसमें 3 विद्यार्थियों श्रेया यादव, तान्या सोनी और निविन डाल्विन की असमय व दर्दनाक मृत्यु हुई, पर हम गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। उन्होंन कहा कि इस दुर्घटना को लेकर विद्यार्थियों में जो रोष दिख रहा है, वह पूरी तरह न्यायसंगत है। बहुत अच्छा होगा यदि इस रोष को सटीक दिशा मिले और सरकार कोचिंग संस्थाओं के लिये निश्चित दिशानिर्देश लागू करे। इस संबंध में हम सरकार के साथ सक्रिय सहयोग करने को तत्पर हैं।
दिव्यकीर्ति ने कहा कि कोचिंग संस्थानों से जुड़ी यह समस्या ऊपर से जितनी सरल दिखती है, उतनी है नहीं। इसके कई पक्ष हैं जिनके तार कानूनों की अस्पष्टता और अंतर्विरोध से जुड़ते हैं। डीडीए, एमसीडी तथा दिल्ली फायर डिपार्टमेंट के नियमों में असंगति है। इसी तरह, ‘दिल्ली मास्टरप्लान-2021’, ‘नैशनल बिल्डिंग कोड’, ‘दिल्ली फायर रूल्स’ और ‘यूनिफाइड बिल्डिंग बाई-लॉज़’ के प्रावधानों में भी काफी अंतर्विरोध है। ‘दिल्ली मास्टरप्लान-2021’ को छोड़कर किसी भी दस्तावेज़ में कोचिंग संस्थानों के लिये स्पष्ट प्रावधान नहीं दिये गए हैं। आशा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा नियुक्त समिति जब एक माह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी तो उसमें ऊपर लिखे अधिकांश बिंदुओं का समाधान मिल सकेगा।
विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि हम पूरे विश्वास से कह सकते हैं कि टीम दृष्टि विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर अत्यधिक सतर्क रहती है। दिल्ली नगर निगम द्वारा पिछले कुछ दिनों में की गई व्यापक कार्रवाई स्वागतयोग्य है। उन्होंने कहा कि अब हम विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर और ज़्यादा सतर्क रहने का भरोसा दिलाते हैं।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / सुशील कुमार / आकाश कुमार राय