Haryana

महापुरुषों के बताए मार्ग पर चलकर सरकार कर रही जनकल्याण के कार्य : नायब सिंह सैनी

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी सिरसा में महाराजा सूरजमल की प्रतिमा का अनावरण करते हुए

– मुख्यमंत्री ने गांव फूलकां में महाराजा सूरजमल की प्रतिमा का किया अनावरण चंडीगढ़, 24 दिसंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि सरकार महापुरुषों के बताए गए मार्ग पर चलते हुए लोगों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। महापुरुषों की प्रेरणा से ही प्रदेश में हितकारी फैसले लिए गए हैं। मुख्यमंत्री मंगलवार को सिरसा जिला के गांव फूलकां में महाराजा सूरजमल के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में भारतीय जाट विकास मंच और समस्त ग्रामवासी फूलकां द्वारा आयोजित प्रतिमा अनावरण समारोह में उपस्थितजन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम गांव में स्थापित की गई महाराजा सूरजमल की प्रतिमा का अनावरण किया और पौधरोपण भी किया। इसके बाद बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। मुख्यमंत्री ने भारतीय जाट विकास मंच को 21 लाख रुपये और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर शिक्षार्थ एवं धर्मार्थ ट्रस्ट को 11 लाख रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महाराजा सूरजमल के जीवन को नई पीढिय़ों के लिए प्रेरणादायक व आदर्श भरा बताते हुए कहा कि उत्तर भारत में मुगलों को मुंहतोड़ जवाब देने वाले राजाओं में महाराजा सूरजमल जी का नाम बड़े ही गर्व और गौरव के साथ लिया जाता है। महाराजा सूरजमल जी ने 14 वर्ष की छोटी आयु में भरतपुर रियासत का राजकाज संभाला और फिर अनेक युद्ध जीतकर उसका विस्तार भी किया। मुख्यमंत्री नायब ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसान हित में अनेक अभूतपूर्व फैसले लिए हैं। पट्टेदार किसानों और भूमि मालिकों के बीच विश्वास बहाल किया है। पहले भू-मालिकों और काश्तकारों के बीच में जमीन के कब्जे तथा मुआवजे इत्यादि को लेकर विवाद होते रहते थे। अब हमने कृषि भूमि पट्टा एक्ट लागू करके,इन विवादों को जड़ से खत्म कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शामलात भूमि पर 20 वर्षों से काबिज़ पट्टेदारों को उस भूमि का मालिकाना हक़ दिया है। साथ ही,गांवों में पंचायती भूमि पर बने 500 वर्ग गज तक के मकानों में रह रहे लोगों को उनका मालिकाना हक दिया है। ये लोग कलेक्टर रेट पर रजिस्ट्री करवा कर अपना मालिकाना हक ले सकते हैं। हरियाणा के शिक्षामंत्री महीपाल ढांडा ने कहा कि महाराजा सूरजमल एक महान योद्धा थे। उनका गौरवशाली इतिहास हमें जीवन में चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढऩे की प्रेरणा देता है। हम उनके पदचिन्हों पर चलते हुए आने वाली पीढिय़ों तक उनकी विरासत को पहुंचाने का संकल्प करें। उन्होंने कहा कि जब हम अपने पूर्वजों व महापुरुषों के इतिहास को पढ़ते है, तो हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। सामाजिक समरसता का उदाहरण भी हमें महाराजा सूरजमल की जीवनी से मिलता है। हम सब न केवल महाराजा सूरजमल के इतिहास को पढ़े, बल्कि उनके आदर्शों को व्यवहार व आचरण में शामिल करें। राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने महाराजा सूरजमल को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि महाराजा सूरजमल एक जात बिरादरी के न होकर सभी कौमों को साथ लेकर चलने वाले एक महान योद्धा थे। महाराजा सूरजमल ने मुगलों के खिलाफ अनेक लड़ाइयां लड़ी। मुगल उनके नाम से कांपते थे, महाराजा सूरजमल सभी योद्धाओं में श्रेष्ठ थे और उनकी सेना में सभी वर्गों की हिस्सेदारी थी। राज्यसभा सांसद ने कहा कि उनका पराक्रम ऐसा था कि हिंदुओं को प्रताड़ित करना और गौ हत्या उस काल में बंद हो गई थी। उन्होंने कहा कि सनातन काल से गौ सेवा का काम होता रहा है और महाराजा सूरजमल ने इस काम को आगे बढ़ाते हुए अखंड भारत के सपने को संजोया है। —————

(Udaipur Kiran) शर्मा

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