गोरखपुर, 16 नवंबर (Udaipur Kiran) । महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज) के नवप्रवेशित विद्यार्थियों के पंद्रह दिवसीय दीक्षारंभ समारोह के ग्यारहवें दिन शनिवार को ‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य स्थिति, लक्ष्य और नीतियां’ विषय पर व्याख्यान देते हुए डॉ. सरीन एनएस, परामर्श चिकित्सक रिसर्च एंड इनफार्मेशन सिस्टम फार डेवलपमेंट कंट्री ने कहा कि भारत सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापक सुधार के लिए सतत प्रयासरत है। इसके सुखद और सार्थक परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
डॉ. सरीन ने कहा राष्ट्रीय स्वास्थ्य स्थिति के तहत देश ने संक्रामक और गैर-संक्रामक रोगों की चुनौतियों का सामना करते हुए कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। हालांकि, कुपोषण, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर और ग्रामीण-शहरी स्वास्थ्य सेवाओं की असमानता अभी भी प्रमुख मुद्दे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान राष्ट्रीय लक्ष्य 2030 के तहत मातृ मृत्यु दर को 70 प्रति लाख जीवित जन्मों से नीचे लाना, सभी नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण और सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना, कुपोषण और गंभीर बीमारियों का उन्मूलन करना शामिल है।
डॉ. सरीन ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना 10 करोड़ से अधिक परिवारों को 5 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य बीमा और राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 जैसी नीतियां लक्ष्य को प्राप्त करने में सहयोग कर रही हैं। कार्यक्रम का संचालन श्रेया सिंह व आभार ज्ञापन डॉ. गोपीकृष्ण ने किया। इस अवसर पर आयुर्वेद कालेज के प्राचार्य डा. गिरिधर वेदांतम, डॉ. शान्तिभूषण, डॉ. दीपू मनोहर, डॉ. साध्वी नंदन पांडेय, डॉ. देवी, डॉ. विनम्र शर्मा, डॉ. प्रिया समेत कई शिक्षक और बीएएमएस के सभी नवप्रवेशित विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय