लखनऊ, 02 नवम्बर (Udaipur Kiran) । गोर्वधन पूजा के अवसर पर प्रदेश के समस्त गो आश्रय स्थलों और केन्द्रो में गो पूजन का आयोजन समारोह पूर्वक किया गया। प्रदेश में गोवर्धन पूूजा के अवसर पर 6697 अस्थायी गो आश्रय स्थलों, 333 वृहद गो संरक्षण स्थलों, 289 कान्हा आश्रय स्थलों, 7319 गो-आश्रय स्थलों में गोवर्धन पूजा एवं साथ ही साथ गो पूजन किया गया। अर्थात पूरे प्रदेश के 14638 गो आश्रय अथवा गो संरक्षण स्थलों पर पूजा हुई। इस अवसर पर मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास उ0प्र0 सरकार धर्मपाल सिंह द्वारा वृहद गो संरक्षण केन्द्र मऊ चन्द्रपुर विकास खण्ड रामनगर जनपद बरेली में आयोजित गोवर्धन पूजा में प्रतिभाग किया गया।
प्रमुख सचिव पशुधन, के. रविन्द्र नायक, निदेशक प्रशासन एवं विकास, अपर निदेशक ग्रेड-1 के द्वारा वृहद गोसंरक्षरण केन्द्र निबलेट, बाराबंकी एवं अस्थायी गो आश्रय स्थल पपनामऊ, लखनऊ में आयोजित गोवर्धन पूजा में प्रतिभाग किया। गो-सेवा आयोग के अध्यक्ष आचार्य श्याम बिहारी गुप्ता द्वारा अस्थायी गो आश्रय सरेण्डी में प्रतिभाग किया गया। इसी प्रकार विभिन्न जनपदों में मंत्रीगणों, जन प्रतिनिधियों द्वारा गो आश्रय स्थलों में गोवर्धन पूजा के आयोजन में प्रतिभाग किया एवं गोवंशो को गुड़, हरा चारा, फल इत्यादि का वितरण किया गया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों, मंत्रीगणों द्वारा गायों की सुरक्षा एवं उनके स्वास्थ्य के प्रति जनमानस को जागरूक भी किया गया तथा गो-आश्रय स्थलों को स्वावलम्बी बनाने तथा अधिक से अधिक गोवंश को सहभागिता योजनान्तर्गत पशुपालकों को तथा कुपोषण सम्बन्धित परिवारों को सुपुर्दगी में दिए जाने पर जोर दिया गया। इसके साथ ही साथ गाय के गोबर से बने दीपों, मूर्तियों आदि के उपयोग हेतु जनमानस में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय एवं इन उत्पादों के विपणन हेतु बाजारों में उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने पर बल दिया। गोवंश के दुग्ध की उपयोगीता तथा इसमें पाये जाने वाले गुणों के साथ गोमूत्र एवं गोबर से मृदा स्वास्थ्य को उत्तम बनाए जाने पर भी जोर दिया गया।
(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय