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
प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था के लिए स्टाफ को किया जा रहा ट्रेंड
गाजियाबाद, 4 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) आवंटियों के लिए अच्छी खबर है। अब एक ही क्लिक पर जीडीए की संपत्ति सहित तमाम विवरण ऑनलाइन मिल जाएगी। इसके लिए जीडीए के तमाम स्टाफ को ट्रेंड करने के लिए मंगलवार को प्रशिक्षण दिया गया।
जीडीए की सम्पत्तियों की बिक्री, खरीद, नाम दर्ज और अन्य संबंधित कार्यों को सरल बनाने तथा एक क्लिक में सम्पत्ति से जुड़ी समस्त जानकारी उपलब्ध कराने के लिए प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सिस्टम (पीएमएस) की व्यवस्था लागू की जा रही है। इसी उद्देश्य से आज प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सिस्टम (पीएमएस) के संबंध में प्राधिकरण के स्टाफ हेतु एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में एचडीएफसी बैंक द्वारा नामित कम्प्यूटर केन्द्र, आगरा के प्रतिनिधि जीपी अग्रवाल एवं उनकी टीम द्वारा विस्तृत प्रस्तुतीकरण (प्रेजेंटेशन) दिया गया। इस अवसर पर अपर सचिव पीके सिंह, ओएसडी-प्रथम गुंजा सिंह ओएसडी-द्वितीय कनिका कौशिक , संयुक्त सचिव, प्राधिकरण की टेक्निकल टीम एवं संबंधित स्टाफ उपस्थित रहा। प्रस्तुतीकरण में प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सिस्टम के विभिन्न घटकों—जैसे सर्वर, वेब एप्लिकेशन, यूजर एक्सेप्टेंस टेस्ट, ई-लॉटरी मैनेजमेंट सिस्टम, रजिस्ट्रेशन फार्म का प्रारूप, बैंक डिटेल्स डॉक्यूमेंटेशन, पेमेंट सिस्टम, चालान मैनेजमेंट सिस्टम, वित्तीय डैशबोर्ड आदि का विस्तृत विवरण दिया गया।
प्रॉपर्टी मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत पहले चरण में नई सम्पत्तियों की क्रय-विक्रय, नाम दर्ज एवं नोड्यूज को शामिल किया जाएगा। दूसरे चरण में लीगेसी डाटा को सिस्टम पर अपडेट किया जाएगा। क्लाउड कम्प्यूटिंग आधारित ब्लॉकचेन प्रबंधन का उपयोग करते हुए प्रत्येक सम्पत्ति का यूनिक आईडी जनरेट किया जाएगा, जो लॉगिन आईडी के रूप में कार्य करेगा। सम्पत्ति धारक प्राधिकरण की वेबसाइट पर लॉगिन कर सम्पत्ति से संबंधित मूल आबंटी, समस्त क्रेताओं का विवरण, भुगतान की स्थिति, रजिस्ट्री, कब्जा दिनांक, बकाया राशि आदि की जानकारी ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उन्हें व्यक्तिगत रूप से कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं होगी।
महत्वपूर्ण बिंदु यह भी है कि ऑटो रिशिड्यूलिंग प्रणाली के माध्यम से पेमेंट शेड्यूल स्वतः तय किया जा सकेगा, जिससे यह जटिल प्रक्रिया अत्यधिक आसान और समयबद्ध हो जाएगी। इस प्रणाली से पारदर्शिता बढ़ेगी, धोखाधड़ी से बचाव होगा, और सम्पत्तियों की निगरानी संबंधित अधिकारियों द्वारा ऑनलाइन माध्यम से सरलता से की जा सकेगी।
प्रशिक्षण में कर्मचारियों को ऑनलाइन रसीद सत्यापन, लेखा जांच प्रक्रिया में सुगमता, पेमेंट शेड्यूल अपडेट और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी दी गई। इसके माध्यम से सम्पत्ति धारकों को नियमित रूप से अपडेट्स प्राप्त होंगे।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सिस्टम को लागू किए जाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है, इसी के क्रम में आज प्राधिकरण सभागार में संपत्ति से संबंधित समस्त स्टाफ को प्रशिक्षित कराया गया, इस व्यवस्था की शुरुआत 17 फ़रवरी को होने वाली नीलामी के आवंटन पत्र को जारी करते हुए किया जाना प्रस्तावित है।
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(Udaipur Kiran) / फरमान अली
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