-स्वच्छ, सम्पन्न और विकसित जनपद बनाने में प्रत्येक नागरिक की होती है अहम भूमिका: विमल कुमार शर्मा
मेज के इस पार और उस पार का अन्तर समाप्त करना आवश्यक: इन्द्र विक्रम सिंह
गाजियाबाद, 24 दिसंबर (Udaipur Kiran) । भारत रत्न पूर्वंप्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों के क्रम में ”सुशासन सप्ताह” मनाया जा रहा है। इसी क्रम में ”प्रशासन गांव की ओर” कार्यक्रम के तहत जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में रिटायर आईएएस विमल कुमार शर्मा उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह और मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल ने विमल कुमार शर्मा को कलेक्ट्रेट और विकास भवन का निरीक्षण कराया । प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम के मद्देनज़र श्री शर्मा ने प्रार्थियों से मुलाकात की और मौके पर उनकी समस्या का निराकरण कराया । कलेक्ट्रेट और विकास भवन में हुए विकास कार्यों की तारीफ करते हुए विमल शर्मा ने कहा कि आप लोगों द्वारा कराये गये विकास कार्य सहित अन्य कार्य सोच से परे है, बहुत बेहतरीन बदलाव हुए है। कार्य में पारदर्शिता लाने का जो प्रयास आप लोगों द्वारा कराया जा रहा है वह सराहनीय है, इससे आम जनमानस को लाभ पहुंचेगा और सरकार की अच्छी व साफ छवि जनता में रहेगी।
दुर्गावती देवी सभागार विकास भवन में आयोजित कार्यक्रम ”विकसित गाजियाबाद@2047” को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री विमल कुमार शर्मा ने कहा कि आज से 10 वर्ष पूर्व तक यह जनपद एक गांव सा लगता था और वर्तमान में यह बहुत अच्छा शहर बन गया, यह आप लोगों की लगन व मेहनत का परिणाम है, जो कि बहुत सराहनीय है। अपने-अपने कार्य क्षेत्र में हर समय कोई ना कोई नई चुनौतियां आती रहती हैं और यह आप पर निर्भर करता है कि आप उन चुनौतियां से लड़ते हुए किस प्रकार अपने कार्य को अंजाम देते है। जनपद को विकसित जनपद बनाने में आप लोगों द्वारा जो विचार रखे गये है उससे लगता है कि आने वाले एक-दो दशक में जनपद विकसित गाजियाबाद बनने की ओर पूर्णत: अग्रसर हो जायेगा। जनपद को प्रदूषण मुक्त, हरित, स्वच्छ, शुद्ध जल व पर्यावरण, औद्योगिक, डिजिटल और सम्पन्न गाजियाबाद बनाने का जो प्रयास किया जा रहा है।
जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि पूरा देश सुशासन सप्ताह मना रहा है और इसको फलीभूत बनाने के लिए आम जनमानस से मिलना बहुत जरूरी है। इसके लिए सभी को स्वयं में सकारात्मक बदलाव लाना चाहिए। अभी भी मेज के इस पार और उस पार में अन्तर समझा जाता है। जिस दिन इस अन्तर को समाप्त करते हुए सभी में इंसानियत की भावना उजागर होगी और उस दिन से कोई भी पीड़ित नहीं होगा, कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होगा जो यह कह सके की उसका उत्पीड़न हुआ है। इसलिए अधिकारी/कर्मचारी की भावना से बाहर निकलकर इंसानियत का भाव रखना चाहिए। इसके साथ ही हमें जन सामान्य और क्षेत्र के आर्थिक विकास की ओर निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए और हमारा यही प्रयास एक दिन हमारे जनपद, प्रदेश, देश को विकसित बनाने में कारगर साबित होगा। जिस प्रकार एक घर को सम्पन्न बनाने में उसके घर के प्रत्येक सदस्य की अहम भूमिका होती है उसी प्रकार एक जनपद को स्वच्छ, सम्पन्न और विकसित बनाने में प्रत्येक नागरिक की अहम भूमिका होती है।
मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल ने ”विकसित गाजियाबाद@2047” के सम्बंध में कहा कि जनपद को 2047 तक विकसित जनपद बनाना है, जिसके लिए लगातार विचार विमर्श किया जा रहा है। इस सम्बंध में स्वास्थ सेवाएं, पर्यावरण, जल संरक्षण, पौधारोपण, हरित व स्वच्छ गाजियाबाद, औद्योगिकरण, डिजिटलीकरण, स्मार्ट सिटी, टेक्नोलॉजी सहित अन्य बिन्दुओं पर विचार विमर्श किया जा रहा है।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन रणविजय सिंह सहित सभी विभागों के अधिकारी/कर्मचारी व सम्बंधित गणमान्य उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / फरमान अली