Chhattisgarh

सुशासन तिहार: समस्याओं के समाधान के लिए आवेदन की अंतिम तारीख 11 अप्रैल तक

सुशासन तिहार।

बलरामपुर, 10 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जिले भर में सुशासन तिहार का माहौल उत्साह और विश्वास से भरा हुआ है। ग्राम पंचायतों में आमजनों की जनसहभागिता निरंतर बढ़ रही है। जनता अब न केवल अपनी समस्याएं प्रशासन तक पहुंचा पा रही है, बल्कि उन्हें भरोसा भी है कि उनका समाधान पारदर्शिता के साथ और समयबद्ध तरीके से किया जाएगा।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में सुशासन तिहार में लोगों द्वारा अपनी समस्याओं का निराकरण के लिए आवेदन देने की प्रक्रिया जारी है। लोग समाधान पेटी में आवेदन दे रहे हैं। सुशासन तिहार के पहले चरण में आम लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक जिले के सभी ग्राम पंचायतों, नगरीय निकायों और जिला मुख्यालयों में आवेदन लिए जा रहे हैं। जिले में प्रथम दिवस 4912 वहीं दूसरे दिवस 9894 कुल 14806 लोगो ने मांग और अपनी समस्याओं को लेकर आवेदन दिए हैं।

कलेक्टर कटारा ने सुशासन तिहार का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए मुनादी करने के निर्देश भी दिए हैं, जिस पर अधिक से अधिक जनभागीदारी सुनिश्चित करने ग्राम पंचायतों में मुनादी भी की जा रही है। जिसमें जनता को सहभागिता निभाने प्रेरित किया जा रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि सुशासन तिहार के जरिए हम अपनी समस्याएं प्रशासन और सरकार तक पहुंचा सकते हैं। यह बहुत अच्छा जरिया है। हमें अब अपनी समस्याओं के समाधान के लिए कार्यालयों जाने की जरूरत नहीं है। अब सीधे ग्राम पंचायत स्तर पर ही अपनी समस्या आवेदन पेटी में डालकर प्रशासन तक पहुंचा पा रहे हैं और आम जनता को विश्वास है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में उनकी समस्या का निराकरण होगा। ग्रामीणों एवं आमनागरिकों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सुशासन नीतियों की खुले मन से प्रशंसा की। उनका कहना है कि यह तिहार सरकार की जनता के प्रति जवाबदेही और संवेदनशीलता का प्रतीक है। हमें भरोसा है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हमारे सभी आवेदन सुने जाएंगे और समस्याओं का निश्चित समाधान होगा।

शासन प्रशासन प्रशासन द्वारा आयोजित सुशासन तिहार ने एक नई आशा की किरण उन क्षेत्रों में भी जगाई है, जहां पहले प्रशासन और जनता के बीच संवाद की खाई थी। पहले जहां भय और असहजता के कारण ग्रामीण खुद को प्रशासन से दूर रखते थे, वहीं अब वही लोग स्वेच्छा से सुशासन तिहार में आकर अपनी समस्याएं साझा कर रहे हैं, आवेदन दे रहे हैं। उनका कहना है कि शासन हमारी बात सुनना चाहती है। हमें अब भरोसा हो गया है कि सरकार हमारी है और हमारी समस्या के निराकरण के लिए हमारे द्वार तक पहुंची है। सुशासन तिहार से विश्वास की मजबूत नींव रखने के साथ ही प्रशासन और जनता के बीच संवाद बढ़ाया है। जिससे प्रशासन से सीधा जुड़ने अवसर मिला है।

(Udaipur Kiran) / विष्णु पाण्डेय

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