Uttar Pradesh

गौ माता में होता देवताओं का वास : कमल नयन दास

गौशाला गुरुकुल
गौ माता में होता देवताओं का वास : कमल नयन दास

– वैदिक मंत्रोच्चार के साथ समारोह पूर्वक हुआ गौशाला का लोकर्पण

अयोध्या, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । श्री गुरु वशिष्ठ गुरुकुल विद्यापीठ के नवीन परिसर तिहुरा मांझा दर्शन नगर के प्रांगण में कुडली श्रृंगेरी महा संस्थान श्री शारदा पीठ शिवमोगा कर्नाटक के शंकराचार्य अभिनव शंकर भारती के द्वारा बनवाए गए गुरु दत्तात्रेय गौशाला का वैदिक विधि विधान पूर्वक 151 बटुक ब्रम्हचारियों के सश्वर वेद मंत्रोचार के साथ सम्पन्न हुआ। जिसमें श्रीमणिराम दास छावनी के उतराधिकारी महन्त कमल नयन दास शास्त्री, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रांत के प्रान्त प्रचारक कौशल किशोर के द्वारा लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में नवग्रह षोडश पूजन, सप्त मात्रिका पूजन बतौर यजमान प्रान्त प्रचारक कौशल किशोर द्वारा किया गया। बाद में सात गऊ माता का तिलक लगाकर अतिथियों द्वारा गुरुकुल के बच्चों के पुष्प वर्षा के बीच गऊ शाला भवन में प्रवेश कराया गया। जहां उन्हें फ़ल, मीठा, हलुवा-पूड़ी का भोग लगा कर प्रसाद वितरण किया गया।

कार्यक्रम में आए अतिथियों का परिचय गुरुकुल ट्रस्ट के मंत्री एवं गुरुकुल निदेशक डॉ दिलीप सिंह ने व स्वागत विद्यालय के सह प्रबंधक गुरुकुल भूमि के दान दाता आदर्श सिंह ऋषभ, गुरुकुल ट्रस्ट के कोष प्रमुख प्रो. आर. के. सिंह, प्रधानाचार्य नीरज ओझा द्वारा किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कौशल किशोर ने इस अवसर पर कहा कि गुरुकुल ओर गो माता का प्राचीन काल से अटूट रिश्ता रहा है। जिन पंच शालाओं से पूर्ण गुरुकुल शिक्षा मानी गई है। उसमें गऊ सेवा प्रमुख है सभी वेदों में गऊ माता की महिमा उद्धृत है। वेदों में गाय को माता माना गया है ओर अथर्व वेद में उन्हें अघन्या यानी वध न किए जाने योग्य बताया गया है।

बतौर अध्यक्ष मंहत कमल नयन दास ने शुक्ल यजुर्वेद में गौ माता के बारे में किए गए वर्णन को विस्तृत रूप में बताया। कार्यक्रम में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित छात्रवृत्ति परीक्षा में चयनित गुरुकुल के 26 ब्रह्मचारियों को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर गुरुकुल के दोनों शखाओं के आचार्य, बड़ी संख्या में गुरुकुल के अभिभावक प्रबंध समिति के पदाधिकारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर संघचालक कृषि वैज्ञानिक प्रोफेसर विक्रमा पांडेय, महानगर प्रचारक सुदीप, जन शिक्षा समिति के पूर्व प्रदेश शिक्षक राजकुमार सिंह, आशा भगवान सिंह महाविद्यालय के प्रबंधक नीलमणि सिंह संघ वा उससे जुड़े संगठनों के पदाधिकारी नगर के गणमान्य नागरिक व संत उपस्थित थे।

कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य नीरज ओझा व वैदिक पूजन के आचार्य के रूप में वेद के आचार्य अक्षय देवघर,आचार्य अंकित ओझा, आचार्य रोशन, गुरुकुल सभा समिति के अध्यक्ष रोहित ब्रह्मचारी प्रधानमंत्री उत्कर्ष ब्रह्मचारी रहे। धन्यवाद ज्ञापन पूर्व प्रधानाचार्य दुःख हरण नाथ मिश्र ने किया।

—————

(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय

Most Popular

To Top