

मुरादाबाद, 18 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । रॉयल बैंक्विट हॉल खुशहालपुर रोड मुरादाबाद में आयोजित तीन दिवसीय दिव्य सत्संग के प्रथम दिन बुधवार को धर्म सभा को संबोधित करते हुए एक तू सच्चा तेरा नाम सच्चा सत्पुरुष बाबा फुलसंदे वालों ने कहा कि परमेश्वर दुखी व्यक्ति की पुकार को सुनता है।
बाबा फुलसंदे वालों ने बताया कि हे परमेश्वर की राह में चलने वालों क्या तुमने इस धरती पर स्वर्ग के फूलों को खेलते हुए देखा है वह फूल तुम ही हो तुम जो रात दिन परमेश्वर की आराधना में लगे हो। सतगुरु साधारण मनुष्य को भी ईश्वर के मंत्र से अभिमंत्रित करके उसे दिव्य और स्वर्ग के फूल बना देते हैं किंतु पीछे-पीछे पाप की आत्मा उन फूलों को झटकती और सुखा देती है।
बाबा फुलसंदे वालों ने आगे कहा कि है स्वर्ग की आत्माओं पुण्य आत्माओं के लिए स्वर्ग के फूल हैं और पाप आत्माओं के लिए नरक की भयानक दुर्गंध युक्त हवा और बबूला हैं। भवसागर के किनारे को पार करते समय आत्माओं को दुख सुख से गुजरना पड़ता है जो संसार में सत्कर्म करते हैं उनके हाथों में फूल होते हैं और अपनी मृत्यु के बाद वे ईश्वर स्तुति के गीत गाते हुए परमेश्वर के देवताओं के साथ परमेश्वर के प्रकाशित महल में प्रवेश करते हैं।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
