
स्वतंत्रता सेनानी की जयंती पर गौरवशाली आयोजन, बेटियों की प्रतिभा को सलाम
मीरजापुर, 22 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जिगना क्षेत्र के बिहसड़ा कला गांव में मंगलवार को इतिहास ने एक बार फिर करवट ली जब स्वतंत्रता सेनानी दादा मर्यादा प्रसाद बिंद की जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई। इस आयोजन की गरिमा तब और बढ़ गई जब मुख्य अतिथि के रूप में असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद बिंद शामिल हुए। उन्होंने बेटियों की उपलब्धियों को सराहा और कहा कि आज बेटियां हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रही हैं और विश्वविद्यालयों के गोल्ड मेडल इसकी सबसे बड़ी मिसाल हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान और माँ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्जवलन से हुई। एक निजी विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर माहौल को भावविभोर कर दिया। आयोजकों ने राज्यपाल का पारंपरिक तरीके से फूल-मालाओं से स्वागत किया।
राज्यपाल ने क्षेत्र की 12 वर्षीय धाविका काजल और 9 वर्षीय मैराथन धावक बादल बिंद को मेडल और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। साथ ही समाज सेवा में सक्रिय दर्जनों महिलाओं को उपहार देकर उनका हौसला भी बढ़ाया। राज्यपाल ने अपने संबोधन में दादा मर्यादा प्रसाद बिंद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि ऐसे महापुरुष इतिहास के पन्नों में नहीं, बल्कि जन-जन के दिलों में अमर रहते हैं। उन्होंने जयंती समारोह के आयोजकों को बधाई दी और इस परंपरा को बनाए रखने का आह्वान किया।
धार्मिक आस्था का भी हुआ संगम
समारोह से पहले राज्यपाल ने बदेवरा चौबे गाँव में स्थित बाबा बदेवरा नाथ के मंदिर में दर्शन-पूजन कर आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त की। ग्राम प्रधान माहेश्वरी उपाध्याय ने उन्हें पुष्पगुच्छ और बुके भेंट कर सम्मानित किया।
सम्मान, श्रद्धा और संस्कृति का संगम बना समारोह
कार्यक्रम का संचालन राजन बिंद ने किया और अध्यक्षता विंध्यवासिनी बिंद ने निभाई। ज़िपंस सुला देवी बिंद ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में नगरपालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन मनोज जायसवाल सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
